Book Title: Bhavisayatta Kaha
Author(s): Kavi Dhanpal, C D Dalal
Publisher: Baroda Central Library

View full book text
Previous | Next

Page 388
________________ 163 विलक्ख-विलक्ष 2, 9 and पुलयवि० देहु XIX 12, 1 विलक्खिम-वैलक्ष्यं. उवसमियविलक्खिम XI12,11 Not in II 2, 9 where our readविलग्ग-विलग्न ing the laterale is correct. विलंबिय-विलंबित विसट्टइ-दलति He. Gr. IV I76 विलवइ-विलपति विसन्न-विषण्ण विलसइ-विलसति विसम-विषम विलसिय-विलसित विसरिस-विसदृश विलाविय-विलापित विसहइ-विषहते विलास-Skt. विसाय-विषाद विलासिणी-विलासिनी विसाल-विशाल विलिज्जइ-विलीयते विसिट्ठ-विशिष्ट विलित्त-विलिप्त विसत्त-विस् पट्टणि सुत्तविसुत्तई चाहई III 5, 7 विलिहइ-विलिखति the ins and outs of city life. वलीण-विलीन विसुद्ध-विशुद्ध विलुक्क D-see ल्हिक्कइ. हरियत्तु कोउहलेण वत्थंतरि विसद्धि-विशुद्धि विलकओ XII 5, 11 concealed | विसूरइ D-(=खियते) He. Gr. IV 182 under a garment.' . खिदेजुरविसूरौ विलेवण-विलेपन विसेस-विशेष विलोहइ D--विसंवदति) He. Gr. IV 129 विसेसइ-विशेषयति विसंवदेविअविलोह etc. विसेसण-विशेषण विवजइ-विवर्जयति विहंग-विभंग विवज्निय-विवर्जित ,, -Skt. विवत्तिय-विवर्तित विहंजइ-विभक्त विवर-Skt. विहइ-विघयति विवरह-विष्णोति विहडप्फड D-( त्वरितं) Hc. Gr. IV 174 विवरामुह-विपराङ्मुख __mentions it among 'भाषाशब्दाः ' विवरीय-विपरीत like आहित्त, लल्लक, विडिर most of विवरेर-, which, strangely enough, he विवाय-विवाद does not mention in his विवाह-Skt. Desīnāmamālā. विविह-विविध विहडावण-विघटन विबोह-विबोध विहंडइ-विखण्डयति विस-विष विहत्त-विभक्त -वृष विहत्तिए-विभक्त्या विसय-विषय विहत्त्थ-विहस्त विसइ-विशति विहरइ-विहरति विसजइ-विसर्जयति विहल-विफल विसह-दलित Pai वि. विहडिअत्थे; Hc. Gr. ,, -विव्हल IV 176. अहिमाणमरट्ट विसट्टगइ III विहलंघल D-(-विह्वल ?) Adj. of गत्त, in

Loading...

Page Navigation
1 ... 386 387 388 389 390 391 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402