Book Title: Bharatvarshiya Jain Digambar Directory
Author(s): Thakurdas Bhagavandas Johari
Publisher: Thakurdas Bhagavandas Johari

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Page 373
________________ १०८५ दिगम्बर जैन डाइरेक्टरी। जैनमीदरोंकी | जैनियोंकी जैनियोंकी जनसभा,जैन पा ठशाला तथाअन्य धर्मशास्त्रों को मनुष्य सख्या | गृह सख्या वर्मादा खाता व- संख्या प्रामका नाम डाकखाना पृष्ठ न. संख्या और है या नहीं। पापरी पापरो पारेट | + + + | + + गृहचैत्या. ३ दसाहूमड़ + १ विनैकया १ चैत्यालय ६ गोलापूर्व | १५ १ परवार । ३ | + १ चतुर्थ । ६ १ शिखरबंद १ परवार r आष्टी सुलतानपुर | ४०० बडा (सागर) १६३ smo me as an ६७२ घामलदिनी प्यावाल + + + + गोकाक दतिया घ.२९९ + | पछोर + + + + + + + + + + पाय १ शिखरबंद | परवार | ४१ पायगा + १ जैसवाल ३ पथिनहल्ली - + २ चतुर्थ । ५ पार्शवाड + १ पंचम । ४ १२ चतुर्थ ५१ पार १ चैत्यालय २ वरैया । १दर्शनस्था. पारकाना १ चैत्यालय |११ परवार १दर्शनस्या. पारकोगाव .१ शिखरवंद १४गोला १ विनैकया पारखेरा १ शिखरवद ३ गोलालारे पारगुआं १ चैत्यालय ७ गोलापूर्व पारडसिंगा १ चैत्यालय ५ सैतवाल पारडी १ सैतवाल १ वदनोरा ४ पारदी (बड़की) + २ धाकड़ ३ धाकड़ (भासडा) पारडी १ सैतवाल ४ १ चैत्यालय ? संतवाल पारडी १ चैत्यालय १ धाकड़ । ४ १ कांबोज २ पारध + सैनवाल | ३० बानपुर ३० ४०० अथणी ६७२ खानापूर ( बेलगांच) घाटीगांव ४०० ! (गिर्द ग्वा०) । पिपरई ४०० ( ईशागढ़) | विजावर (बुन्देलखण्ड) पृथीपुर बंडा । पारडसिगा १६३ । टिगनी 1 (वर्धा) वाशिम १६३ अनसिंग १६३ + + or or १६३ + + + + + पारखी + + + + + + पारडी + + + + + + पुसद | १६३ । उवरी इगोली ६७२ 1(परभणी) । भोकरदान | ६७२ + +

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