Book Title: Bharatvarshiya Jain Digambar Directory
Author(s): Thakurdas Bhagavandas Johari
Publisher: Thakurdas Bhagavandas Johari

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Page 377
________________ १०८९ - दिगम्बर जैन डाइरेक्टरी। जनमदिरोंकी जैनियोंकी जैनियोंकी जैनसभा, जैनपा ठशालातथाअन्य धर्मशास्त्रोंकी संख्या मनुष्य गृह सख्या धर्मादा खाताव- संख्या ग्रामका नाम डाकखाना पृष्ठ नं. संख्या गैर है या नहीं | + + रिडरा-स्टेशन १ चैत्यालय ३ परवार ३ आसाटी १५ २ विनैकया ४ पिंडरारोड १ चैत्यालय ३ परवार पिन्डरा (बिलासपुर) १६५ . + जैनसभा ___ + |पिन्दरारोड / १६५, । (बिलासपुर) २०२९७ १२ पिन्द्ररावल | ३१ (बुलन्दशहर) ਬਵਾ (सागर) + + + । २०० गोटेगांव पिडावा (टोंक) पिन्डरावल १ शिखरवद १० अग्रवाल २८ २५पल्लीवाल दिग्दसआ४ शिखरबद/९ परवार । ११ गोलापूर्व ३७ १ विनैकया २ पिन्डरे शिखरवंद६ परवार २२ पिडावा ४ शिखरवद १९७जैस० १६७ २ चैत्यालय २७ खडे. ९दर्शनस्था.१ अग्रवाल | पिणाच + १ खण्डेलवाल ५ पिथौली १ चैत्यालय ३ परवार । १५ पिनहट ११ चैत्यालय ७ पल्लीवाल | २८ पिनायत १ शिखरवंद १ खंडलवाल २ पिनायन १ चैत्यालय १ खंडेलवाल, ४ पिंप्राले १ गृहमदिर ४ सेतवाल | १८ पिपरई १ शिखरवंद/४ परवार । १७ पिपरई १ शिखरबद ४ गोलालारे १८ (मालवा ) २ वेदी समैया । ७ ३ दर्शनस्था. (तारनपंथी) २८ परवार १५० पिपरओ २ शिखरवंद ११ परवार| ४५ + १८०हूमड़ | ६ पिपरट | + १ पवार ४ पिपरधार १ चैत्यालय ३ गोलापूर्व ४ १ दर्शनस्था. पिररवाड़ी | + १ पोर० ] ६ । م + + + + + + + + + + + + + + फुलेरा बरोदिया पिनहट अलवर राजगढ जलगांव दूधई शास्त्र पिपरई । मंडार है। ( ग्वालियर ४०१ س " पिंपरज + + + + + नरयावली फलटण | जतारा मिरी १६९ ६७३ + + |१०१ + + । मुशिंदपुर ६७३

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