Book Title: Bharat Jain Mahamandal ka Sankshipta Itihas 1899 to 1946
Author(s): Ajitprasad
Publisher: Bharat Jain Mahamandal Karyalay
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आप खुद नागपुर. वार्ड कांग्रेस कमेटी की अध्यक्षा है, सुयोग्य कवि और प्रख्यात कार्यकर्ता हैं। प्रबन्धकारिणी समितिके सदस्य । श्रीयुत् तख्तमल जैन ऐडवोकेट भेलसा ( ग्वालियर ) जन्म १८९४
पूर्व मिनिस्टर फ़ार रूरल वेलफेयर एण्ड लोकल सेल्फ गवर्नमेंट, मध्य प्रान्त ।
लोकप्रिय राष्ट्रीय कार्यकर्ता, खादी व्रतधारी, रूदि विरोधी ।
म्युनिसिपल मेम्बर, और ८ बरस तक वाइस प्रेसिडेंट म्युनिसिपिल कमेटी।
१९४० में भिंड जिला राजनैतिक कान्फरेन्स के सभाध्यक्ष ।
१९४० में ग्वालियर राज्य में मिनिस्टर । १६४१ में मिनिस्टरी से त्याग पत्र ।
समाज-सेवा मेलमा जैन मन्दिर के निर्माण और मूर्ति स्थापना में सफल प्रयत्न । श्री सिताब राय लखमीचंद जैन हाई स्कूल मेल्सा की स्थापना और सुप्रबन्ध का श्रेय श्राप को है।
मध्य भारत हरिजन सेवक संघ की कार्यकारिणी के सदस्य रहे हैं। पछार में जैन विमान निकलवाने में सहायक हुए । जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं।
प्रबन्धकारिणी समिति के सदस्य
श्री विजयसिंह नाहर M. L.C. प्रख्यात विद्वान् स्वर्गीय भी० पूर्णचन्द्र नाहर, M. A. B. L. के सुपुत्र । देशसेवा में दत्तचित्त ।
१९४४ से बराबर कलकत्ता कारपोरेशन के सदस्य । Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
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