Book Title: Bhagwan Arishtanemi aur Karmayogi Shreekrushna
Author(s): Devendramuni
Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay

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Page 443
________________ प्रस्तुत ग्रन्थ में प्रयुक्त ग्नन्थ सूची : परिशिष्ट ५ ४११ कल्पसूत्र-कल्पलता टीका -समय सुन्दरजी कल्पसूत्र-कल्पसूत्रार्थ प्रबोधिनी -राजेन्द्र सूरि कालक कथा संग्रह कथाकोष प्रकरण -जिनेश्वर सूरि कथा सरित्सागर : भूमिका --डा० वासुदेव शरण अग्रवाल कठोपनिषद् कण्ह चरित -देवेन्द्रसूरि कुमारपाल पडिबोह -सोमप्रभ सूरि कृष्णावतार (भाग ४), -कन्हैयालाल माणिकलाल मुशी कृष्ण चरित -चिन्तामणि विनायक वेद कल्याण का कृष्णाङ्क -गीताप्रेस गोरखपुर कौटिल्य अर्थशास्त्र काव्यमीमांसा खारवेल शिलालेख खूब कवितावली -पूज्य खूबचन्दजी म०, सन्मति ज्ञानपीठ आगरा गरुड़ पुराण गर्गसंहिता गजेटियर ऑफ आगरा गयसुकुमाल रास गीता रहस्य -बालगंगाधर तिलक गिलगित मैनुस्क्रिप्ट ऑव द विनयपिटक गीता -गीता प्रेस गोरखपुर चउप्पन्न महापुरिस चरियं -आचार्य शीलाङ्ग चोप्पन्न महापुरुषोनां चरितो अनुवाद -आ० हेमसागर चार तीर्थंकर -पं० सुखलाल जी संघवी चौरासी वैष्णव वार्ता छान्दोग्योपनिषद् जातक कथा -भदन्त आनन्द कौसल्यायन जैन साहित्य का इतिहास पूर्व : पीठिका -५० कैलाशचन्द्र जी जैन आगम साहित्य में भारतीय समाज -डा. जगदीशचन्द्र जैन जैन साहित्य और इतिहास -नाथूराम प्रेमी, हिन्दीग्रन्थ रत्नाकर, बम्बई जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति (सटीक) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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