________________
साच्ची नाम नगरी हो बा४
नपरिव्राज
निशि
श्वादयावयविदारवि दरशातणं कालांतणं समणं । कयंगला नामनयावन आता स कथंगलापनयरी एवं दिया उन२७ र गिम दिसा सापत्रला सपना माशादावप समलगवंमदावी पत्रमा धारावसमास परिसा निग्रहतिशत से कयेला एन ए र सामोसादची नगरी एगहना लिस्स श्रनवासी वेदानामेक या सगान परिव विसावे (30 मादा जादा सामावणावदाता निघू० नामम समा निदान मांगावंगा सरदरमाए। सारवाया स नेत विमार प्रति धारेश्याश्एस डंगवा सहितेत विमारा। संख सिरका काण्यागर पाबेदि निकाला जागा दि (नातिसामाम खयं बुम सुपरिचायखयनाय परिनिद्दिण्या विदागारका न मापनय शेप पिंगल एना मंनियोगमा लियसावर परिवार सपिगलपनामनिर यावाद सालिसाथ । माया कथा [जाण व वेद कञ्चायत सामानगड डाटा कहा था। सागावें शाम विवंशनर्माागदा किराया ताला गणाला सतत हा शास्त्र काय्प कल्प सामाचारी शास्त्र व्याकरणासष्ट शास्त्रबाद पदबंध लक्षणशाखनिरुले० निरुक्कसनी प्रतिपादक पारगामा शास्त्र [जाति सामानज्योति का ए खंडगीत कहाई ॥२॥ नासंबंधी या शाखन विष सुपरि- पंडित वाडेगाव पिंगल नामि नियते श्रमणन्य घर विसालिको नगवानी तस्ववनाति। मखे वे पद व उद्याचे
दि विसा
निशाखसला
बोट
यानीधारा
वा०पहिलउशि तर निरुपम
इतिहास •
पुराण साम्र न जा