Book Title: Balak ke Jivvichar
Author(s): Prashamrativijay
Publisher: Pravachan Prakashan Puna

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Page 45
________________ boy.pm5 2nd proof ४५. जीव और पाँच द्वार १. पृथ्वीकाय शरीर की ऊँचाई-अंगुल का असंख्यातवा भाग । आयुष्य २२ हजार वर्ष स्वकायस्थिति-असंख्यात उत्सर्पिणी, अवसर्पिणी । प्राण-४ (१) स्पर्शनेन्द्रिय, (२) आयुष्य, (३) श्वासोश्वास, (४) कायबल । योनि-७ लाख । २. अप्काय शरीर की ऊँचाई-अंगुल का असंख्यातवा भाग । आयुष्य-७ हजार वर्ष । स्वकायस्थिति-असंख्यात उत्सर्पिणी, अवसर्पिणी । प्राण-४ (१) स्पर्शनेन्द्रिय, (२) आयुष्य, (३) श्वासोश्वास, (४) कायबल । योनि-७ लाख । ३. तेउकाय शरीर की ऊँचाई-अंगुल का असंख्यातवा भाग, आयुष्य-तीन अहोरात्र स्वकायस्थिति-असंख्यात उत्सर्पिणी, अवसर्पिणी । प्राण-४ (१) स्पर्शनेन्द्रिय, (२) आयुष्य, (३) श्वासोश्वास, (४) कायबल । योनि-७ लाख । ४. वायुकाय शरीर की ऊँचाई एक हजार योजन से ज्यादा । आयुष्य-३ हजार वर्ष स्वकायस्थिति-असंख्यात उत्सर्पिणी, अवसर्पिणी । प्राण-४ (१) स्पर्शनेन्द्रिय, (२) आयुष्य, (३) श्वासोश्वास, (४) कायबल । योनि-७ लाख । ५. प्रत्येक वनस्पतिकाय शरीर की ऊँचाई-एक हजार योजन से अधिक । आयुष्य-१० हजार वर्ष स्वकायस्थिति-असंख्यात उत्सर्पिणी, अवसर्पिणी । प्राण-४ (१) स्पर्शनेन्द्रिय, (२) आयुष्य, (३) श्वासोश्वास, (४) कायबल । योनि १० लाख । ६. साधारण वनस्पतिकाय शरीर की ऊँचाई अंगुल का असंख्यातवा भाग । आयुष्य अन्तर्मुहूर्त [सूक्ष्म पृथ्वीकाय आदि का भी इतना ही है] स्वकायस्थिति-अनंत उत्सर्पिणी, अवसर्पिणी । प्राण-४ (१) स्पर्शनेन्द्रिय, (२) आयुष्य, (३) श्वासोश्वास, (४) कायबल । योनि-१४ लाख । ७. बेइन्द्रिय शरीर की ऊँचाई-१२ योजन । आयुष्य-१२ वर्ष । स्वकायस्थिति-संख्यात वरस । प्राण-६ (१) स्पर्शनेन्द्रिय, (२) रसनेन्द्रिय, (३) आयुष्य, (४) श्वासोश्वास, (५) कायबल (६) वचनबल । योनि-२ लाख । ८. तेइन्द्रिय शरीर की ऊँचाई-तीन गाउ । आयुष्य ४९ दिन । स्वकायस्थिति-संख्यात वरस । प्राण-६ (१) स्पर्शन-रसन-घ्राणेन्द्रिय, (४) आयुष्य, (५) श्वासोश्वास, (५) कायबल (६) वचनबल । योनि-२ लाख । ९. चउरिन्द्रिय शरीर की ऊँचाई-१ योजन, आयुष्य-६ माह, स्वकायस्थिति-संख्यात वरस । प्राण-८ (१) स्पर्शन, (२) रसन (३) घ्राण (४) चक्षुरिन्द्रिय (५) आयुष्य, (६) श्वासोश्वास, (७) कायबल (८) वचनबल । योनि-२ लाख । १०. प्रथम नारकी के जीव [रत्नप्रभा] शरीर की ऊँचाई-७ धनुष, ७८ अंगुल, आयुष्य-१ सागरोपम स्वकायस्थिति-नही है। प्राण-६ (१) स्पर्शन, (२) रसन, (३) घ्राण, (४) चक्षुरिन्द्रिय (५) श्रोत्रेन्द्रिय (६) आयुष्य, (७) श्वासोश्वास, (८) मनबल (९) वचनबल (१०) कायबल । योनि-४ लाख । ११. दूसरी नारकी के जीव [शर्करा प्रभा] शरीर की ऊँचाई-१५ धनुष, ६० अंगुल । आयुष्य-३ सागरोपम । स्वकायस्थिति नही है। प्राण-पाँच इन्द्रिय, तीन बल, आयुष्य, श्वासोश्वास । योनि-४ लाख । १२. तीसरी नारकी के जीव [वालुका प्रभा] शरीर की ऊँचाई-३१ धनुष, २४ अंगुल । आयुष्य-७ सागरोपम । स्वकायस्थिति नही है । प्राण-पाँच इन्द्रिय, तीन बल, आयुष्य, श्वासोश्वास । योनि-७ लाख । १३. चोथी नारकी के जीव [पंक प्रभा] शरीर की ऊँचाई-६२ धनुष, ४८ अंगुल । आयुष्य-१० सागरोपम बालक के जीवविचार .८३ ८४ • बालक के जीवविचार

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