Book Title: Bahotteriona Padono Sangraha
Author(s): Shravak Bhimsinh Manek
Publisher: Shravak Bhimsinh Manek

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Page 369
________________ (३४५) चोवीश जिनेश्वरना बंद. Parioro-- ॥ हा॥ आर्या ब्रह्मसुता गीरवाणी । सुमति वि. मल आपो ब्रह्माण।। कमल कमंडल पुस्तक पाणी । हुं प्रणमुं जोमी जुग पाणी॥१॥ चोवीशे जिनवर तणा, बंद रचुं चोसाल । जणतां शिवसुख संपजे । सुणतां मंगलमाल ॥५॥ ॥बंद जाति सवैया॥ ॥आदि जिणंद नमे नरइंद स पुनमचंद समान मुखं ॥ समा मृत कंद टाले नवफंद मरुदेवीनंद करत सुखं ॥ लगे जस पाय सुरिंद निकाय जला गुण गाय जविक जनं ॥ कंचन काय नहि जस माय नमे सुख Jain Educationa Interati@ersonal and Private Usev@mw.jainelibrary.org

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