Book Title: Avchetan Man Se Sampark
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 195
________________ Jain Education International युवाचार्य महाप्रज्ञ की महत्त्वपूर्ण रचनाएं • भिक्षु विचार दर्शन • जीव अजीव • जैन परम्परा का इतिहास • मैं : मेरा मन : मेरी शांति (हिन्दी, अंग्रेजी) • चेतना का ऊर्ध्वारोहण (हिन्दी, गुजराती, बंगला) • महावीर की साधाना का रहस्य । • मन के जीते जीत (हिन्दी, अंग्रेजी, गुजराती, बंगला) • किसने कहा मन चंचल है (हिन्दी, अंग्रेजी, गुजराती) • एसो पंच णमोक्कारो (हिन्दी, गुजराती)। • आभामण्डल (हिन्दी, गुजराती, बंगला) । • अनेकान्त है तीसरा नेत्र (हिन्दी, गुजराती)। • एकला चलो रे । • मन का कायाकल्प । • संबोधि (हिन्दी, गुजराती, अंग्रेजी) । कुछ होना चाहता हूँ। • जीवन विज्ञान (शिक्षा का नया आयाम) (हिन्दी, अंग्रेजी, बंगला)। • जीवन विज्ञान: स्वस्थ समाज रचना का संकल्प। • कैसे सोचें ? • आहार और अध्यात्म | • श्रमण महावीर (हिन्दी, अंग्रेजी)। • अवचेतन मन से सम्पर्क। • मैं • उत्तरदायी कौन ? • जीवन की पोथी। • सोया मन जग जाये। • अहिंसा के अछूते पहलू • अमूर्त चिन्तन • अस्तित्व और अहिंसा • तेरापंथ शासन अनुशासन • अभ्युदय • चित्त और मन • जैन धर्म : अर्हत् और अर्हताएं • जैन दर्शन और संस्कृति • संस्कृति के दो प्रवाह • समयसार (निश्चय और व्यवहार की यात्रा) • भेद में छिपा अभेद For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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