Book Title: Avantisundari
Author(s): Dandi Acharya
Publisher: Surnad K Pillai

View full book text
Previous | Next

Page 281
________________ যুক্তিবদ্ধ श्वम् पतिः अशुद्धम् যু आर्यादेश आर्यदेश प्रभव प्रभवं विष्टा शर्मप्रभृति तनीयास उपचिन्वत पलितरशिरत्या सुखोयमानव भतवः विज्ञापयञ्चकार रश्चित विष्टो शर्मविमतप्रभृति तनीयसि उपाचिन्वत पलितराशिरत्या सुखायमानेव भवतः विज्ञापयाञ्चकार रञ्जित शब्दय OM पााटत सैन्यन्नाहः प्रयाणा रात्रविधूदा हस्तनामिति पंयन्त शब्दाय पाटित सैन्यसन्नाहः प्रयाण रात्रिवधूदुर्वा हस्तिनामिति पर्यन्त वधा धूयमानकेश वघा धूयामानेकश

Loading...

Page Navigation
1 ... 279 280 281 282 283 284