Book Title: Atmanushasan
Author(s): Todarmal Pandit
Publisher: Ganeshprasad Varni Digambar Jain Sansthan

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Page 249
________________ हमारे कुछ महत्त्वपूर्ण प्रकाशन अप्राप्य हो चुके हैं, जिनके प्रकाशन की योजना है। वे इस प्रकार हैं : १. पंचाध्यायी पं० देवकीनन्दन सि० शास्त्री २. तत्त्वार्थसूत्र पं० फूलचन्द्र सि० शास्त्री ३. जैन साहित्य का इतिहासपूर्व पीठिका पं० कैलाशचन्द्र सि० शास्त्री ४. वर्णी वाणी-भाग १ डॉ. नरेन्द्र विद्यार्थी ५. वर्णी वाणी-भाग ३ डॉ० नरेन्द्र विद्यार्थी ६. वर्णी वाणी-भाग ४ डॉ. नरेन्द्र विद्यार्थी ७. द्रव्यसंग्रह भाषा वचनिका डॉ० दरबारीलाल कोठिया ८. अपभ्रंशप्रकाश डॉ. देवेन्द्रकुमार जैन ९. सामायिक पाठ डॉ० पन्नालाल साहित्याचार्य १०. विश्वशान्ति और अपरिग्रह पं० फूलचन्द्र शास्त्री डॉ. अशोक जैन ( प्रबन्धक ) सभी प्रकार के पत्र व्यवहार करने एवं ड्राफ्ट आदि भेजने का पता : श्री गणेश वर्णी दिगम्बर जैन संस्थान नरिया, वाराणसी-२२१००५ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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