Book Title: Arddhmagdhi Grammar
Author(s): P L Vaidya
Publisher: Modern Book Depot

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Page 63
________________ ARDHAMĀGADHI CRAMMAR आउक्खएणं ३ for आउक्खएणं नवक्खाणं ठिइक्खएणं; सन्ता ३ for सन्ता, तन्ता, परितन्ता; पञ्चक्खामि ३ for मणसा वयसा कायसा न करेमि, न कारवेमि करेन्तं पि अन्नं न समणुजाणामि; समणेणं ३ for समणेणं भगवया महावीरेग. (d) The figure 4 is used as above; e. g.; एवमाइक्खइ ४ for एवमाइक्खइ, एवं भासइ, एवं पन्नवेइ, एवं परूवेइ, आलम्बणं ४ for आलम्बणं, पमाणं, आहारे, चक्खू ; सन्तेहिं ४ for सन्तेहिं, तच्चेहि, तहिएहिं; सब्भूएहिं; असणं ४ for असणं पाणं खाइमं साइमं; मंसेहि य ४ for मंसेहि य सोल्लेहि य तलिएहि य भजिएहि य: आसाएमाणी ४ for आसाएमाणी, विसाएमाणी, परिभुञ्जमाणी, परिभाएमाणी; मुच्छिए ४ for मुच्छिए, गिद्धे, गढिए, अज्झोववन्ने; उप्पत्तियाहिं ४ for उप्पत्तियाहिं, वेगइयाहिं, कम्मियाहिं, पारिणामियाहिं; साडित्तए ४ for साडित्तए, पाडित्तए, गालित्तए, विद्धसित्ता; सइ ४ for सडइ, पडड, गलइ, विद्धंसइ. (e) The figure 5 is used as above; e. g. सिज्झिहिइ ५ for सिज्झिहिइ, बुज्झिहिइ, मुञ्चिहिट्, परिनिव्वहिइ, सव्वदुक्खाणं अन्तं करेहिइ; पुप्फ ५ for पुप्फ, वत्थ, गन्ध, मल्ल, अलंकार; अज्झथिए ५ for अज्झथिए, पत्थिए, चिन्तिए, मांगर, संकप्पे; आसुरत्ते ५ for आसुरत्ते, रुटे, कुविए, चण्डिक्किए, मिसिमिसेमाणे; अणिटेहिं ५ for अणिटेहिं, अकन्तेहिं, अप्पिएहि, अमणुन्नेहिं, अमणामेहिं; भीए ५ for भीए, तत्थे, तसिए, उविग्गे, संजायभए; धम्मकंखिया ५ for धम्मकंखिया, पुण्णकंखिया, सग्गकंखिया, मोक्खकंखिया, धम्मपुण्णसग्गमोक्खकंखिया; सुमुहे गाहावई, ५ for the five phrases धन्ने णं सुमुहे गाहावई, पुष्णे णं सुमुहे गाहावई, कयत्थे णं सुमुहे गाहावई, कयलक्खणे णं सुमुहे गाहावई, सुद्धे णं सुमुहस्स गाहावइस्स जम्म जीवियफले. (f) The figure 6 is used as above; e. g., इड्डी ६ for इडी, जुई, जसो, बलं, वीरियं, पुरिसक्कारपरक्कम; सुरं ६ for सुरं, महं, मेरयं, मजं, सीहुँ, पसन्नं; इट्ठा, ६ for इट्टा, कन्ता, पिया, अभिरामा, मणुन्ना, मणामा; वेजा ६ for वेजा, वेज पुत्ता, जागया, जाणयपुत्ता, तेगिच्छा तेगिच्छिपुत्ता.

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