________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir हिन्दी में अनुसंधान-प्रविधि के विवेचन की ओर बहुत कम विद्वानों का ध्यान गया है। जो ग्रन्थ लिखे भी गए हैं, वे मानविकी विषयों की समग्र शोध-दृष्टि प्रस्तुत करते हैं। उनमें केवल हिन्दी-साहित्य को लक्ष्य बनाकर कुछ तथ्यों पर विचार किया गया है और भाषा तथा साहित्य के क्षेत्र में हुए अनुसन्धान या पंजीकृत विषयों की सूची दे दी गई है। शोध-कर्मियों को सदा एक ऐसे ग्रंथ का अभाव खटकता रहा है, जो संक्षिप्त तथा सुलझे हुए ढंग से मानविकी विषयों की अनुसन्धान-प्रविधि पर प्रकाश डाल सके। प्रस्तुत पुस्तक इसी अभाव की पूर्ति की दिशा में एक प्रयास है। इसमें अनुसन्धान के स्वरूप और प्रविधि पर गम्भीरता से विचार किया गया है। डॉ. रामगोपाल शर्मा “दिनेश” पूर्व प्राचार्य तथा अधिष्ठाता, हिन्दी विभाग एवं संकाय, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर (राजस्थान ) / निवास : 43/84, उत्तरी सुन्दरवास, उदयपुर - 313 001 Serving Jin Shasan ल्य : 41.00 रुपये मात्र ISBN 81-7137-135-3 125881 [email protected] For Private And Personal Use Only