Book Title: Anga Agam Jain History Series 1
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: 108 jain Tirth Darshan Trust
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इलानालामा नाम निकमा निमालयिष्
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सिहायक मानावारूपमिनिमा जनप्रिय युवाकान्मा यधाशिनियानि ॥१८०॥ नि
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प्रयाप्रियाम्॥३४
नगारखानाक नामाद्यावदिननः कञ्चानाशाहर
नीराजननिकिता काननःसुमन
पराजितान्मनः विवादम
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एकीकरणमा मार
विज्ञास्वायडिया सिमाव विकल
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नानामिया ॥ कालिनानामित्र मनाला मे विशालकिसन्याशमाया नपाननाधोना ज्यागामोनिका दागारा
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आद्या हानिशा
फल २०७ वाद्यमानयमानाडोल सम्मान रेजिनानिकावना वाम
विविमना
नस्वममिकता विकि ऋचाचनसमसाम भिमदास व्यकथा मिडियायनन म मिकमेडलोयाशिवा
माययैवायमधियानि तमासा ||२५वाना करी दादी नारगोल छानिय निकाशा विमानक
अादते ॥५४यदणासिवनासि दानव थोर मातीचारिय मामीमविगतमा विका पिसाखाडीवानानविमान या दानापापिविका
इर्यमासादालयादव काम॥वलावालयमा गनादर्मिदल
लालाव
कायनाश्वन जायनाचिगमय संगम लिपटाचा मि साधितान्यष्यसि यनिताय च खा सावकाराmamiha

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