Book Title: Anekantjaipataka Part 05
Author(s): Bhavyasundarvijay, Yashratnavijay
Publisher: Jingun Aradhak Trust

View full book text
Previous | Next

Page 343
________________ परिशिष्ट - १० अनेकान्तजयपताका (परिशिष्ट - १० ) अनेकान्तजयपताकान्तर्गताजैनसम्प्रदायानां नामानि । क्रम सम्प्रदायनाम पृष्ठ तथा पंक्ति १. अन्तर्जेयवादिन् २. अन्तर्जेयवाद ३. असद्विशेषभवनवादिन् । ४. आयाम ५. ज्ञानमात्रवादिन् ६. नैयायिक ७. नैरात्म्यवादिन् ८. पाणिनीय ९. बाह्यार्थवादिन् पृष्ठ-१०८६, पंक्ति-७ पृष्ठ-११२०, पंक्ति-८ पृष्ठ-११९३, पंक्ति-७ पृष्ठ-९१, पंक्ति-२० पृष्ठ-१०६५, पंक्ति-२६ पृष्ठ-३५, पंक्ति-२५, पृष्ठ-८१, पंक्ति-२४, पृष्ठ-५८९, पंक्ति-६ पृष्ठ-११७३, पंक्ति-३, पृष्ठ-११७३, पंक्ति-८ पृष्ठ-११७३, पंक्ति-१९ पृष्ठ-७४५, पंक्ति-३ पृष्ठ-८६८, पंक्ति-१९, पृष्ठ-९७४, पंक्ति-९ पृष्ठ-९७५, पंक्ति-७ पृष्ठ-८८१, पंक्ति-३, पृष्ठ-८८१, पंक्ति-११, पृष्ठ-९६०, पंक्ति-२, पृष्ठ-९६०, पंक्ति-११, पृष्ठ-९७५, पंक्ति-४, पृष्ठ-९७६, पंक्ति-२, पृष्ठ-१०१९, पंक्ति-२, पृष्ठ-१०१९, पंक्ति-६-७, पृष्ठ-१०४७, पंक्ति-१, पृष्ठ-१०४७, पंक्ति-६ पृष्ठ-१०, पंक्ति-२१, पृष्ठ-६०, पंक्ति-११, पृष्ठ-८९, पंक्ति-२१, पृष्ठ-९१, पंक्ति-२०, पृष्ठ-९५, पंक्ति-५, पृष्ठ-२२७, पंक्ति-१७, पृष्ठ-३५९, पंक्ति-२७, पृष्ठ-३८८, पंक्ति-४, १०. बोधमात्रतत्त्ववादिन् ११. बौद्ध Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 341 342 343 344 345 346 347 348 349 350