Book Title: Anekant Ras Lahari
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir

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Page 45
________________ अनेकान्त-रस लहरी ६ क्या छोटापन और बड़ापन दोनों गुण किसी वस्तमें एक साथ और एक ही समयमें रह सकते हैं ? समझाकर बतलाओ ? ७ क्या एक ही चीजको छोटी और बड़ी दोनों कहने में कोई विरोध पाता है ? सकारण उत्तर दो। ८ क्या बड़ापन और छोटापनमें दखाई पड़नेवाले विरोधकी तुलना पूर्वाऽपविरोध और अन्धकार-प्रकाशके विरोधसे की जा सकती हैं ? यदि की जासकती है तो कैसे ? ६ छोटापन और बड़ापनको मापनेका मापदण्ड (गज़ कौनसा है और उसके द्वारा कैसे छोटापन तथा बड़ापन मापा जाता अथवा उसका निर्णयकिया जाता है ? १० (क) विरोधाभास किसे कहते हैं, उदाहरण-सहित बताओ? (ख) तीन इंगे लाइनको पांच-इंची लाइनसे छोटी और पांच इंची लाइनसे हो बड़ी बतलाना भी क्या विरो धाभास है ? ११ दृष्टि और अपेक्षामें क्या कोई अन्तर है ? १२ जब किसी वस्त में छोटापन और बड़ापन दोनों गुण एक साथ मौजूद हैं तब उसे विना किसी अपेक्षाके छोटी या ___ बड़ी कहनेमें क्या कोई दोष आता है ? समझाकर बताओ। १३ एकान्त और अनेकान्तमें क्या अन्तर अथवा भेद है ? १४ सम्यकदृष्टि किसे कहते हैं ? १५ सम्यकदृष्टि यदि किसी वस्तुको छोटो या बड़ी अथवा दोनों कहना चाहता है तो कैसे कहता है ?

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