Book Title: Amrutsagar Vaidyak Granth
Author(s): Sawai Pratapsinh Maharaj
Publisher: Gyansagar Press
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सूचनिकापत्र नथा अनुक्रमणिका. अथचौथीतरंग.अनना २५/विसूचिकाकाजनन· रोगछे जाल मंदाग्निभस्म ७ अलसचिलंबिकाकाजतन क विसूचिका अलसपिल ७ कृमिरोमकाउत्पत्ति विका हमि एंड इतनारोग माहिलालमिकीउत्पत्ति ७४ अजीर्णरोगकाउत्पत्ति ||-- पेटमैगिंडोलाहोयतीकोला ७५ मंदाग्निकोलक्षण || रुमिरोगकोजनन ७५ तीक्षणाग्निकोलक्षण -९ मस्तगमेनहलीपपडिनीको ७५ विषमागिकोलक्षण ॥ ८९ गुदामैचुरएयाहोयतीकोजन ७५ समाग्निकोलक्षण ९० पांडुरोगकामलारोगहलीम ७. भस्मकरोगका उत्पत्तिलक्षाकरोगकाउत्पत्तिलक्षण ७६ अजीर्णरोगकीउत्पत्ति ९. पांडरोगकोउत्पत्ति ७६ अजीर्णरोगकोसामान्पल- ९० पांडुरोगकोपूर्वरुप ७५ अजीर्णकोभेर . ९० बायकापांडुरोगकोलक्ष७७ आमाजाकोलक्षा ||९० पित्तकापांडुरोगकोलक्ष.
७७ विदधाजाशंकोलक्षण | ९० कफकापांडुरोगकोलक्ष||७७ विष्टधजीकोलक्षण ९० सनिपानकापांडरोगकोलन
७७ रससोषअजीर्णकोलक्ष- ९. पांडुरोगकोअसाध्यलक्ष. 1.७ बजावारपदय ९१ कामलारोगकोलक्षण ७७ विसूचिकाकोलक्षण ॥ ९१ हलीमकरोगकोलक्षण ७० अलसकोलक्षण | ९१ पांडुरोगकोजनन७८ विलंबिकाकोलक्षण चतुर्थ स्तरंग:समाप्तः ७० अजीर्णरिहदोहोयतीको अथपांचवीनरंगमैन || ७८ मंदागिआदिलेरपिसचिन नारोग रक्तपित्तराज
काकाजनन
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