Book Title: Amrutsagar Vaidyak Granth
Author(s): Sawai Pratapsinh Maharaj
Publisher: Gyansagar Press
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सूचनिकापत्र नथाअनुक्रमणिका. २४. कालप्रमेहकोलक्षण . ||२४९ | कछपिकाकोलसरा २४ हरिद्रप्रमेहकोलक्षण २४९ जालिनीकोलक्षण |२४७/मंजिष्ठप्रमेहकोलक्षण २४९ / विनाताकोलक्षण २४वरक्तप्रमेहकोलक्षरा २५० अलजीकोलक्षण २४ वायका४प्रमेहतीमैवसाप्रमेह २५० मसूरिकाकोउक्षरा
मजाप्रमेहकोलक्षण २५० सर्पपिकाकोलक्षण २४क्षौद्रप्रमेहकोलक्षण २५० पुत्रिगीकोलक्षण २४मधुप्रमेहकोल ||२५० विदारीकाकोलक्षण २४ कफकाप्रमेहकाउपन्य ||२५० विद्रयाकोलक्षण २४८ पित्तकाप्रमेहकाउपब |२५० पिडिकांकाउपद्रव २४ बायकाप्रमेहकाउपद्रव २५० पिडिकांकाअसाध्यलक्षरा ||२४८ प्रमेहकोअसाध्यलक्ष २५० प्रमेहजातोरत्योहोयत्तीकोल २४ आत्रेयकामतकाप्रमेहेछेत्या २५१ रक्तपित्तरक्तप्रमेहकोभेद ||२४८ पूयप्रमेहकोलक्षण- २५७ प्रमेहरोगकाजतन २४९ तक्रप्रमेहकोलक्षण- २५१ जलप्रमेहकोजतन २४९पिडिकाप्रमेहकोलक्षण||२५१ क्षारप्रमेहकोजतन २४९ शर्कराप्रमेहकोलक्षण २५२ तक्रप्रमेहकोजतन २४९धृतप्रमेहकोलक्षण २५२ सूक्तप्रमेहकोजतन ||२४९ प्रतिमूत्रप्रमेहकोलक्षण २५२ घृतप्रमेहकोजतन २४९ प्रमेहवालाके०जातिकापि २५२ रक्षप्रमेहकोजतन २४९ डिकाहोयछेत्यांकानामः २५२ पित्तकाप्रमेहकोजनन |२४९ पिडिकाकोलक्षण २५२ प्रमेहमात्रकोजतन ॥२४१ सराविकाकोलक्षण २५२ मधुप्रमेहकोजतन
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