Book Title: Agamsaddakoso Part 2
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agamdip Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 21
________________ ૨૦ आगमसद्दकोसो उत्त. ३२२,६६६; | कंठाणुवादिणी [कण्ठानुवादिनी] छायानो मे कंटगपय [कण्टकपथ] sielatो २स्तो ભેદ વિશેષ ओह. ७८५; सूर. ४१; चंद. ४५; कंटय [कण्टक] sizो, प्रतिस्पधा कंठिय [कण्ठिक] 81, 8 प्रदेश आया. ३६१,३९२,५०६,५०८; गच्छा. १२४, सम. ११०; नाया. ३७; कंठुग्गत [कण्ठोद्गत] तीक्ष्। स्वरवाणु विवा. ३२; उव. ६; ठा. ६०७, राय.४८; जीवा. ९८; कंठेगुण [कण्ठेगुण] रोनु मे आभूष९५ जंबू. १९४; ओह. ८६; पण्हा. १६; राय. २८,२९,४२; बुह. १५०,१५२; दसा. ४९; जीवा. १६७,१७९; दस. १५९,४६१,४६२, कंटेमालकड [कृतकण्ठेमाल] हे भामा ५३२८ कंट्ट [कण्ठ] 38, गणु, २६न उव. २७; राय. ५४; गच्छा. १२२, दसा. ९५,१०३; कंठ [कण्ठ] हुमो ५२ कंठोट्ठविप्पमुक्त [कण्ठौष्ठविप्रमुक्त] पा ? सूय. २६८,६६४; ठा. ६३६; મૂકની જેમ અવ્યક્ત શબ્દ બોલનાર सम. ३२७; भग. ४६२,४६३; || अनुओ, १४,३७,५२,७०,८२,३०३,३२७, नाया. १८ पण्हा. १५,१६,१९; ३२९,३४०; विवा. १२,१९,३३; उव. ३४, कंड [काण्ड] धनुष्यमा, मारा, हिस्सो, राय, २०,२३, जंबू. २४०,३४४; એક વનસ્પતિ, જમીન કે પહાડનો થર, तंदु. ७१ दसा. ९५,१०० उत्त. ३६५,३७७,७६०; પૃથ્વી કે પર્વતનો એક ભાગ, એક દેવ अनुओ. १६७,१९६; વિમાન, કર્મના સ્થિતિ સ્થાનકનો સમૂહ कंठग्गयपाणसेस [कण्ठगतप्राणसेस] म२७iत. ठा. १००४; કષ્ટ, કંઠે આવેલ શ્વાસ सम. ११४,१३९,१५९,१६११६३,१६४, गच्छा. ५५; १६६,१६९,१७८,१९०,१९१,१९५,१९९, कंठमुखी [कण्ठमुखी] भाजीयुं, २४१%B भग. ६२२, भग. ४६५; राय. ४५, कंटमुरवि [दे.सोनानी मुंथेस 80 जीवा. ८०,८१,८७,९३,१८१; पन्न. २१७,२१८,२२१; उव, ४८,५०; राय. ४२; कंठसुत्त [कण्ठसूत्र] मा ५२वानो देविं, ७३; अनुओ. २७०, कंडग [काण्डक] sis, पाथर्डी, 43, पा, સોનાનો દોરો जीवा. १८५, સંખ્યાતીત સંયમ સ્થાનક સમુદાય कंठाकंठि [कण्ठाकण्ठि] ४ ४ मतीने राय. ६८; पिंड. ११७ थी ११९; नाया. ५२; कंडय [काण्डक] अनी में सूक्ष्मामा, कंठाकंठियं [कण्ठाकण्ठिक] मे जीनो કંડકનું ઝાડ, એક ચૈત્યવૃક્ષ કાંઠલો પકડી કરાતું યુદ્ધ ठा. ७९२; भग. १७५, ५८२; राय. ६८ नाया. ५२; Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 ... 562