Book Title: Agam Sudha Sindhu Part 05
Author(s): Jinendravijay Gani
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala
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________________ !! शुद्धिपत्रकम् // पएहि पृष्ठं पंक्तिः अशुद्धं . शुद्धं पृष्ठ पंक्तिः अशर्द्ध 1 7 संक्किट्ठ संकिट्र 68 2 भवौघवारं 6 5 कोट्ठागार कोट्ठागारा 68 3 क्रतोपकारं 8 7 वणथिर घणथिर 68 5 भाष्करं 814 सिरिविच्छंकिय सिरिवच्छंकिय 10 7 रोमकुवे रोमकूवे 75 11 . जउरंगुल 11 5 पाएइ पासह 75 12 कुंबुवर 12 22 भद्दपडियं भद्दपडिमं 78 है पुराओ 17 1 धूयकेस० धुयकेस० 80 4 वदंति 19 7 एएहिं 8026 सम्मणित्तए - 22 16 ईसिसित .. इसिसित 89 13 पण्णात्ते 25 1 तावत्तीसमहिया तायत्तीसमहिया 10 16 खम्भुग्गय 25 23 अवडिय० अवट्ठिय० 98 6 धामं ...6 1 मगहरावरवच्छ मगहग-धरच्छ 18 भूमण. . 26 12 हय. हय 68 17 अट्ठसथं 30 10 संगामियाओज्ज(संगा-(संगामियाओज्जं संगा- 105 7 परिरूवा 32 23 रयलिय पयलिय 114 17 मंडगा 35 5 पच्चा पडत- पञ्चयडंत 115 16 (म्मि 33 16 वायवीइयंगे वायवीइयंगे) 1177-11 पासय० 34 14. (रविता) (रार्विता) 127 1 गिण्हत्ता 34 23 कडाणं किंकरवर-तरुण-परिग्गहिआणं 231 16 या थासग अहिलाण चामरगण्ड-परिमंडिय- 133 16 गब्छंति कडीणं अट्ठसयं 137 15 पडिनिकखवर 35 21 णगध(व) राणागध(वारा 136 11 चिंघपट्टा 36.32 सस्सिरीयाहि शब्द न जोइए 142 5 च 36 23 सहं सह 1473.12 नमंसित्ता 37 8 पडिसुया पडिसह(डिसुया) 160 4 अगं तुं 54 10 उवयासिज्जमाणे अवयासिज्जमाण - 161 16 निगय 57 13 विहरेणं - विहारेणं 163 4 कोइ 65 7 इसोषब्भारा इसीपब्भारा 165 12 तुलियस्स वा 65 24 घणुत्तिमागो धणुत्तिभागो 174 11 वाणसंडे 66 5. परिहिणा परिहीणा 176 24 पाउस शद्ध . भवौघवारं कृतोपकारं भास्कर 1 . चउरंगुल कंबुवर पुरओ वंदति सम्माणित्तए पण्णत्ते खम्भुग्गय वामं . भूसण अट्ठसयं पडिरूवा ०मंडवगा (णिमा पासाय गिण्हित्ता य गच्छति पडिनिक्खषह चिंधपट्टा य आगंतु निगमः .. तुलियस्स वणसंडे पासउ

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