Book Title: Agam Sudha Sindhu Part 04 Author(s): Jinendravijay Gani Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala View full book textPage 8
________________ सादर समर्पण . . .. परम पूज्य तपोनिधि पू. पन्यास श्रीमणिविजयजी दादाना चरम लाडिला शिष्यरत्न परम पूज्य कलिकालकल्पतरु, शासन संरक्षक, संघस्थविर परमआराध्ययाद आचार्यदेवेश श्रीमविजयसिद्धिसूरीश्वरजी महाराजना पट्टधर प्रवचन पीयूषनिधि सिद्धान्तमार्तड परमशासन प्रभावक प्रातःस्मरणीय आगमरहस्यज्ञाता पूज्यपाद श्राचार्य देवेश श्रीमद् विजयमेघसूरीश्वरजी महाराजा जेओश्रीए संघस्थविर गुरुदेवना सानिध्यमा अंतिम अवस्था सुधी रहीने श्री महावीर परमात्माना महानमार्गने आराधना प्रभावना रक्षा आदि वडे दीप्तिमन्त राखी जीवनने उज्वल बनाव्यु मारा दादागुरु श्रीमद्विजयकपूरसूरीश्वरजी महाराजा तथा गुरुदेव श्रीमद्विजयअमृतसूरीश्वरजी महाराजाने आचार्यादि. प्रदप्रदान सानिध्य आदि पोताना गुरुदेव साथे आपी महान उपकार कयों छे. तेओश्रीना उपकारोना यादमा i सुधा सिन्धु चोथो विभाग सादर कोटिशः वंदना साथे समर्पण करी कृतकृत्त्यसा अनुभवु छु. गुरुदेवपदकजभृङ्गायमाण जिनेन्द्रविजय . ..Page Navigation
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