Book Title: Agam Shabdadi Sangraha (Prakrit, Sanskrit, Gujarati) Part 02
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Dipratnasagar, Deepratnasagar

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Page 8
________________ आगम शब्दादि संग्रह कंडरीक. वि० [कण्डरीक] कंडुरिया. स्त्री० [कण्डुर ] यो 'कंडरिअ' એક વનસ્પતિ कंडरीय-१. वि० [कण्डरीका कंडुसग. न० [दे०] हुयी 'कंडरिअ' રજોહરણ-પટ્ટક कंडरीय-२. वि० [कण्डरीका कंडू. स्त्री० [कण्डू] સાકેતનગરના રાજા પંદરીય નો નાનો ભાઈ, તેની સુંદર | ચળ, ખંજવાળ पत्नी जसभददा ने माटे पुंडरीतने मारी मांगेल. कंडूइत्ता. कृ० [कण्डूयित्वा] कंडवा. स्त्री० [कन्डवा] ખંજવાળીને એક જાતનું વાજિંત્ર कंडूइय, न० [कण्डूयित ] कंडा. स्त्री० [कण्डा] ખરજ, ચળ જુઓ કંડ कंडूय. धा० [कण्डूय] कंडावेल्ली. स्त्री० [कण्डावेलु] ખંજવાળવું એક વનસ્પતિ कंडूयमाण. कृ० [कण्डूयमान] कंडितया. स्त्री० [कण्डन्तिका] ખંજવાળતો ચોખા વગેરેને ખાંડવા કે છડવા માટેનું સાધન कंत. त्रि० [कान्त] कंडिय. विशे० [कण्डित] मनोहर, शोभायमान, ખાંડેલું, છડેલું ધૃત સમુદ્રનો દેવ कंडु. पु० [कण्डु ] कंत. धा० [कृत्] લોઢાનું વાસણ, તવો, ખસરોગ છેદવું, કાંતવું कंडु. पु० [कन्दु ] कंततर. विशे० [कान्ततर] હાંડા જેવું એક વાસણ અતિસુંદર कंडू. वि० [कण्डू कंततराय. विशे० [कान्ततरक] એક બ્રાહ્મણ પરિવ્રાજક અતિસુંદર कंडुइय. न० [कण्डूयित] कंतत्त. न० [कान्तत्व] ખસ કે ખુજલીવાળો સુંદરપણું कंडुक्क. पु० [कण्डुक] कंतयरिय. विशे० [कान्ततरक] નરકની કુંભી, રાંધવાનું વાસણ, ખંજવાળનાર અતિસુંદર कंडुगय. न० [कण्डुयक] कंतरूव. त्रि० [कान्तरूप] ખંજવાળ સુંદર રૂપવાળું, कंडुय. त्रि० [कण्डूक] कंतस्सरता. स्त्री० [कान्तस्वरता] ખંજવાળનાર સુંદર સ્વરવાળું कंडुय, धा० [कण्डू] कंता. स्त्री० [कान्ता] ખંજવાળવું સૌંદર્યવાન સ્ત્રી कंडुयग. त्रि० [कण्डूयक] कंतार. पु० [कान्तार] ખંજવાળનાર અરણ્ય, અટવી मुनि दीपरत्नसागरजी रचित "आगम शब्दादि संग्रह" (प्राकृत-संस्कृत-गुजराती)-2 Page 8

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