Book Title: Agam 41 Pindnijutti Beiyam Mulsuttam Mulam PDF File
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar
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________________ दस एसणाए दोसा संजोयणमाइ पंचेव [712] एसो आहारविही जह भणिओ सव्वभावदंसीहिं / धम्मावस्सगजोगा जेण न हायंति तं कुज्जा गाहा-७१३ [713] जा जयमाणस्स भवे विराहणा सुत्तविहिसमग्गस्स / सा होइ निज्जरफला अज्झत्थविसोहिजुत्तस्स मुनि दीपरत्नसागरेण संशोधिताः सम्पादिताश्च "पिंडनिज्जुत्ति मूलसूत्तं” सम्मत्तं // 41/1| पिंडनिज्जुत्ति बीइअं मूलसुत्तं सम्मत्तं | दीपरत्नसागर संशोधितः] [44] [४१-पिंडनिज्जुत्ति]

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