Book Title: Agam 35 Chhed 02 Bruhatkalpa Sutra Bhashyam Part 02
Author(s): Dulahrajmuni
Publisher: Jain Vishva Bharati
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७८८
बृहत्कल्पभाष्यम्
गाथासं.
६२६० ४८६५ ६४४८
१७३३
गाथा बिइयम्मि समोसरणे बिइयम्मि होति तिरिया बिइयादेसे भिक्खू बितिएणोलोयंती बितियं अच्छित्तिकरो बितियं अपहुच्चंते बितियं उप्पाएउं बितियं पभुनिव्विसए बितियणिसाए पुच्छा बितिय-ततिएसु नियमा बितिय-दवुज्झण जतणा बितियपदे उ गिलाणस्स बितियमहसंथडे वा बितियम्मि वि दिवसम्मि बितियाउ पढम पुव्विं बिय-मट्टियासु लहुगा बिले न ढक्वंति न खज्जमाणिं बिले मूलं गुरुगा वा बीए वि नत्थि खीरं बीएहिं उ संसत्तो बीएहि कंदमादी बीभेत एव खुड्डे बीभेज्ज बाहिं ठवितो उ खुड्डो बीयमबीयं नाउं बीयाईआइण्णे बुद्धीबलं हीणबला वयंति बेइंदियमाईणं बोरीइ य दिटुंतो बोलं पभायकाले बोलेण झायकरणं बोलेण झायकरणं बोहिकतेणभयादिसु बोहियमिच्छादिभए
१२३४ १२१२ ४००४ ४८०७ १७०५ ५२५९ ૪૨૨૭ ५२८८ ४३७४ ४००३ ३८१३ ३९०० ३९०२ ५०४
४६१४
८७०
गाथासं.| गाथा ४२९७ | भग्गऽम्ह कडी अब्भुट्ठ११९० भग्गविभग्गा गाहा २८६६ भट्टित्ति अमुगभट्टि
९९२ भडमाइभया णढे ५७२५ भणइ जइ एस दोसो ५३९० भणइ जइ एस दोसो ५५९२ भणइ जहा रोगत्तो ४६४९ भणइ य दिट्ठ नियत्ते ४१९४
भणति जति ऊणमेवं ४०५९ भणमाणे भणाविते ४९१० भणिओ आलिद्धो या ३२१५ भण्णइन अण्णगंधा
भण्णइ न सो सयं चिय ४९३३ भण्णति उवेच्च गमणे ५२६४ भण्णति सज्झमसज्झं ५६७२ भत्तं वा पाणं वा १३९२ भत्तट्ठणमालोए ૨૮૬૨ भत्तट्टण सज्झाए
२३७ भत्तट्ठणाए य विहि ३६८० भत्तट्ठिय बाहाडा ३३२४ भत्तट्ठिया व खमंगा ४४०२ भत्तट्ठिया व खमगा ४४०३ भत्तपरिण्ण गिलाणे
भत्तमदाणमडते ३३०४ भत्तस्स व पाणस्सव ३२५४ भत्तादिसंकिलेसो २९०९ भत्ति-विभवाणुरूवं ५२९७ भत्तेण मेण कज्जं ४७५२ भत्तेण व पाणेण व २३२३ भत्ते पण्णवण निगृहणा २६५९ भत्ते पाणे विस्सामणे ५१११ भगवयणेगमणं ३१३७ भइ तिरी पासंडे
भद्दमभई अहिवं भहेतर सुर-मणुया
भद्दो तन्नीसाए १६३९ भद्दो पुण अग्गहणं
१४३ भन्नइ दुहतो छिन्ने २३४९ भमरेहिं महुयरीहिंय ३१११ भयओ सोमिलबडुओ ४१०२| भयति भयस्सति व मम
गाथासं. | गाथा ४४६० भयतो कुटुंबिणीए ४५७० भयसा उद्वेतुमणा ६१२७
भरहेरवएसुवासेसु ४७६० भवणवई जोइसिया १७२२ भवियाइरिओ देसाण
भाइयपुणाणियाणं ११४९ भाणऽप्पमाणगहणे ६०८०
भाणस्स कप्पकरणं ५८४९ भाणस्स कप्पकरणे ५४५७ भायऽणुकंप परिण्णा ५७०९ भारेण खंधं च कडी य बाहा १७३७
भारेण वेदणाए ११५० भारेण वेयणाए ३१७७ भारेण वेयणा वा ५२७९ भारो भय परितावण ५६०७ भारो भय परियावण ४८३५ भावकसिणम्मि दोसा ४३७२ भावचल गंतुकामं २०४९ भावऽढुवार सपदं ४८३७ भावम्मि उ पडिबद्धे १५६२ भावम्मि उ पडिबद्धे १५७६ भावम्मि उ संबंधो
भावम्मि ठायमाणा २४८९ भावम्मि होइ वेदो ४०६९ | भावम्मि होति जीवा ૨૮૮૮ भावस्स उ अतियारो
भावस्सेगतरस्स उ ५३२२ भावामं पि य दुविहं २९०७ भावितकुलेसुधोवित्तु ५०७६
भाविय इयरे य कुडा २९०४ भाविय करणो तरुणो ३०९० भावियकुलेसु गहणं ४२९ भावे उक्कोस-पणीय३०२३ | भावे उवक्कम वा
भावेण यदव्वेण य ३५८८ भावेण संगहाई४६४३ | भावो उ अभिस्संगो ३९५४ भावो उणिग्गतेहि १२४४ भावोग्गहो अहव दुहा ६१९६ भावो जाव न छिज्जइ ४४८२ | भावो देहावत्था
૨૮૪૨
२५९२ २५९३ ३६८५ २६०५ २१४९
८४८ ५२६३
२२०
१२०९ |
८४४ १७२७
३३९ २४२५ १०३२ ३५४५ २६५
८९५
८५९
भइया उ दव्वलिंगे भंगगणियादि गमियं भंजंतुवस्सयं णे भंडी-बहिलग-भरवाहिगेसु भगंदलं जस्सरिसा व णिच्चं
१३५३ ४२९२
६८५ ३६२३ ५६०३
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