Book Title: Agam 09 Ang 09 Anuttaropapatik Sutra Mool Sthanakvasi
Author(s): Sudharmaswami, Devardhigani Kshamashaman
Publisher: Global Jain Agam Mission

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Page 16
________________ २० २१ अणुत्तरोववाइ सुत्त धण्णस्स णं अणगारस्स जाणूणं अयमेयारुवे तवरूवलावण्णे होत्था से जहाणामए कालिपोरे इ वा मयूरपोरे इ वा ढेणियालियापोरे इ वा एवामेव धण्णस्स अणगारस्स जाणू सुक्का लुक्खा णिम्मंसा अडिचम्मछिरत्ताए पण्णायंति, णो चेव णं मंस सोणियत्ताए । धण्णस्स णं अणगारसस ऊरुस्स अयमेयारुवे तवरुवलावण्णे होत्था से जहाणामए सामकरिल्ले इ वा बोरकरिल्ले इ वा सल्लइकरिल्ले इ वा सामलिकरिल्ले इ वा तरुणिए उहे दिणे, सुक्के समाणे मिलायमाणे चिट्ठइ, एवामेव धण्णस्स अणगारस्स ऊरू सुक्का लक्खा णिम्मंसा अट्ठिचम्मछिरत्ताए पण्णायंति, णो चेव णं मंस सोणियत्ताए । धण्णस्स णं अणगारस्स कडिपत्तस्स इमेयारूवे तवरूव लावण्णे होत्था से जहाणाम उट्टपादे इ वा जरग्गवपाए इ वा, महिसपाए इ वा एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए । से धण्णस्स णं अणगारस्स उयरभायणस्स इमेयारूवे तव रूव लावण्णे होत्थाजहाणामए सुक्क दिए (दीविए) इ वा भज्जणय कभल्ले इ वा कट्ठकोलंबए इ वा एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए | धण्णस्स णं अणगारस्स पासुलिय कड्याणं इमेयारूवे तवरुव लावण्णे होत्था से जहाणामए थासयावली इवा, पाणावली इवा, मुंडावली इ वा एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए । धण्णस्स णं अणगारस्स पिट्ठि-करंडयाणं इमेयारूवे तवरूव लावण्णे होत्था से जहा णामए कण्णावली इ वा गोलावली इ वा वट्टयावली इ वा एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ता | धण्णस्स णं अणगारस्स उरकडयस्स इमेयारुवे तवरूव लावण्णे होत्था से जहा णामए चित्तकट्टरे इ वा वीयणपत्ते इ वा तालियंटपत्ते इ वा एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ता | धण्णस्स णं अणगारस्स बाहाणं इमेयारुवे तवरूव लावण्णे होत्था से जहाणामए समिसंगलिया इ वा बाहायासंगलिया इ वा, अगत्थियसंगलिया इ वा, एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए । धण्णस्स णं अणगारस्स हत्थाणं इमेयारूवे तवरूव लावण्णे होत्था से जहाणामए सुक्कगणिया इ वा वडपत्ते इ वा पलासपत्ते इ वा एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए । " धण्णस्स णं अणगारस्स हत्थंगुलियाणं इमेयारूवे तवरूव लावण्णे होत्था- से जहाणामए कलसंगलिया इवा, मुग्गसंगलिया इ वा माससंगलिया इ वा तरुणिया छिण्णा आयवे दिण्णा सुक्का समाणी मिलायमाणी चिट्ठति एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए । २२ धण्णस्स णं अणगारस्स गीवाए इमेयारूवे तवरूव लावण्णे होत्था से जहाणामए करगगीवा इवा, कुंडियागीवा इ वा उच्चट्ठवणए इ वा एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए । 11

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