Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Pragnapti Sutra Part 02 Shwetambar
Author(s): Purnachandrasagar
Publisher: Jainanand Pustakalay
View full book text ________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
आगाराओ अणगारियं पव्वएजा?, गोयमा! असोच्चाणं केवलिप्स वा जाव उवासियाए वा अत्थेगतिए केवलं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं नो पव्वएज्जा, अत्थे गतिए केवलं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं णो पव्वएज्जा से केणटेणं जाव नो पव्वएज्जा?, गोयमा ! जस्स णं धम्मंतराइयाणं कम्माणं खओवसमे कडे भवति से णं असोच्चाकेवलिस्स वा जाव केवलं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वएज्जा, जस्स णं धम्मंतराइयाणं कम्माणं खओवसमे नो कडे भवति से णं असोच्चाकेवलिस वा जाव मुंडे भवित्ता जावणो पव्वएज्जा, से तेण?णं गोयमा! जाव नो पव्वएजा, असोच्चाणं भंते ! केवलिस वा जाव उवासियाए वा केवलं बंभचेवासं आवसेज्जा ?, गोयमा असोच्चा णं केवलिस्स वा जाव उवासियाए वा अत्थेगतिए केवलंबंभचेश्वासं आवसेजा अत्थेगतिए केवल बंभचेरवासं नो आवसेज्जा, से केणतुणं भंते! एवं वुच्चइ जाव नो आवसेज्जा ?, गोयमा! जस्स णं चरित्तावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे कडे भवइ से णं असोच्चाकेवलिस्स वा जाव केवलं बंभचेरवासं आवसेजा, जस्स णं चरित्तावरणिजाणं कम्माणं|| खओवसमे नो कडे भवइ से णं असोच्चाकेवलिस्स वा जाव नो आवसेजा, से तेणटेणं जाव नो आवसेज्जा, असोच्चा णं भंते ! केवलिसवा जाव केवलेणं संजमेणं संजभेजा?, गोयमा! असोच्चाणं केवलिस जाव उवासियाए वा अत्थेगतिए केवलेणं संजमेणं संजमेज्जा अत्थेगतिए केवलेणं संजमेणं नो संजभेजा, से केण्टेणं जाव नो संजमेज्जा ?, गोयमा! जस्स णं जयणावरणिजाणं कम्माणं खओवसमे कडे भवइ से णं असोच्चा णं केवलिस वा जाव केवलेणं संजमेणं संजभेजा, जस्सणं जयणावरणिजाणं ॥श्रीभगवती सूत्रं ॥
पू. सागरजी म. संशोधित
For Private And Personal Use Only
Loading... Page Navigation 1 ... 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 ... 283