Book Title: Agam 04 Ang 04 Samvayanga Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Hiralal Shastri
Publisher: Agam Prakashan Samiti
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२३८ | दीर्घबाहु २२९ दृढधनु २३४
दृढरथ दृढायु देवकी | देवपुत्र | देवशर्म | देवश्रुत देवानन्द
[समवायाङ्गसूत्र
२३९
२३७ २२३,२२४
२३८ २३१,२३९
२४०
U
२३६
w
لہ لہ لہ
३
२३७ २४०
W
२४६] गूढदन्त गोस्तूप गंगदत्त चक्ररथ चन्दना चन्द्रकान्ता चन्द्रप्रभ चन्द्रयशा चमर चक्षुष्कान्ता चक्षुष्मान चारु चित्रगुप्त चुल्लिनी जय जयन्त जयन्ती जया जरासन्ध
देवी
لہ بہ
२२४,२३१
२३७
0
२३४
देवोपपात . २२९ ।
द्रुमसेन द्विपृष्ठ द्वीपायन
धनदत्त २३९ । धर २३१
धरणीधरा
२३० २२७ ।
२३४ २३८
२२७ २२४, २३८
धरणी
२२९
२२९
धर्म
२२५ २४०
जितशत्रु
२२५
जितारि जिनवृषभ ज्वाला तारक तारा तिलक त्रिपृष्ठ त्रिशलादेवी
धर्मध्वज
धर्मसिंह २३६ | धर्मसेन
धारिणी
नन्द २३० नन्दन
नन्दमित्र २३४ | नन्दा
नन्दिसेन २२७ | नमि।
२३७ नाभि २२३,२३१ नारद
२३८ नारायण
२३४ २२९ २३८ २२५ २३९ २२४
२२४
२३६
दत्त
२२५
२२३
1114
दशधनु दशरथ दीर्घदन्त
२३८
२३४
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