Book Title: Acharang Sutram
Author(s): Vijaysushilsuri, Jinottamsuri
Publisher: Sushil Sahitya Prakashan Samiti

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Page 194
________________ श्रुतज्ञान प्रकाशन सहयोग वर्तमान गच्छाधिपति जिनशासन प्रभावक - वर्तमान गच्छाधिपति प. पू. आचार्य देव श्रीमद् विजय अरिहन्त-सिद्ध सूरीश्वरजी म.सा. के आज्ञानुवर्तिनी-गोडवाड दिपीकातपस्वीरत्ना पू.साध्वी श्री ललितप्रभाश्रीजी म.सा.की शिष्या श्री वर्धमान तपाराधिका पू. साध्वी श्री स्नेहलताश्री जी म. की शिष्या श्री वर्धमान तपाराधिका प.पू. आचार्य पू. साध्वी श्री भव्यगुणाश्री जी म. श्री वर्धमान श्री अरिहन्त सिद्ध सूरि. जी म. सा. तपाराधिका पू. साध्वी श्री दिव्यप्रज्ञाश्री जी म. (पूज्य माताजी महाराज) श्री वर्धमान तपाराधिका पू. साध्वी श्री शीलगुणाश्री जी म. आदि श्रमणी परिवारठाणा-25 की पावन प्रेरणा से+ श्री विशारवापट्नम् (A.P.) जैन संघकी श्राविका व्हेनों पू. साध्वी श्री भव्यगुणा श्रीजी म. + श्री विजयवाड़ा (A.P.) जैन संघ की श्राविकाव्हेनों + श्रीनेल्लोर (A.P.) जैन संघकीश्राविका व्हेनों + शा.समरथमल एण्डकं, विजयवाड़ा द्वारा पू. साध्वी श्री दिव्यप्रज्ञा श्रीजी म. निर्मित श्रीकुन्थुनाथगृहमन्दिर, ज्ञानरवाता + श्रीमती विमला• बहेन छगनलालजी, जावाल (विजयवाड़ा) के द्वारा ज्ञानरवाता की रकम से प्रकाशन सहयोग प्राप्त हुआ है। सुकृत के महान लाभ की हार्दिक अनुमोदना के साथ श्री संघ व लाभार्थीयों को हार्दिक पू. साध्वी श्री शीलगुणा श्रीजी म. धन्यवाद। श्री सुशील-साहित्य प्रकाशन समिति जोधपुर (राज.) K-AALA प्रेरणादाता- श्रमणीवृन्द

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