Book Title: Abhinav Vikruti Vigyan
Author(s): Raghuveerprasad Trivedi
Publisher: Chaukhamba Vidyabhavan
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शीघ्रकारी
कफ्फण
कूटपालक सम्मोह
कर्कट
पालक याम्य कच
वैदारिक वसवराजीयकार के द्वारा कथित सन्निपात विशेष
अन्तर्दाह विशेष मन्यास्तम्भ शिरो- हृद्दाह यकृत्प्ली
रक्तमुखमण्डल
कटितोद अल्पशूल ग्रह हुम्याथा छिद्रों हान्त्रफुफ्फुसपाक पार्श्वशूल कपोतवत शिरो बस्तिमन्या से रक्तस्राव संरक्त पूयरक्तनिर्गम
मन्यास्तम्भ
कूजन इलेष्मापूर्ण | हृदय वाक्रुजः स्तब्धनेत्रता शीर्णदन्तता
शुष्क रक्तकोष्ठतालु कर्णमूलपिडका
हत्वाक रक्तष्ठीवन पित्तवात पित्तकफ वातपित्त
कफवात
कफपित्त
ज्वरघोर बहिज्वर अन्तःज्वर पर्वभेद शीत ज्वर गौरव गौरव नाभिपार्श्व- आलस्य अरोचक स्तब्धाङ्ग एकपक्षामिशूल स्विन्नाशुप्र- तृप्ति हृद्ग्रहष्ठीवन स्तब्धनेत्रता वृद्धि स्रोतों में रक्त मुखमाधुर्य का प्रवर्तन
- - - - -- कफ
त्रिदोष वातपित्त
घात
पित्त
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