Book Title: Abhidhan Rajendra Koshme Sukti Sudharas Part 04
Author(s): Priyadarshanashreeji, Sudarshanashreeji
Publisher: Khubchandbhai Tribhovandas Vora

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Page 216
________________ 227 . 181 नास्तिक-धारणा 228 53 229 131 230 160 231 165 232 167 171 233 निपुण घुड़सवार निर्भययोगी का आनन्द निर्भयता निरोध-हानि निरोध से नुकसान . निश्चय-व्यवहार दृष्टि निलिसता निर्वेद से वैराग्य निष्काम तप . निष्काम तपाचरण निर्लिप्त बनो निष्क्रमण भी दुनिष्क्रमण 234 169 235 175 236 201 237 214 238 302 239 456 240 नि:स्पृह उपदेशक 241 242 109 - 243 152 . 244 . 179 245 . 217. 246 परिमित संसारी पदार्थ-प्रकृति पश्चात्ताप से क्षपक श्रेणी परपीड़क परम सुखाभिलाषी परमतृप्त मुनि परिवर्तनशील देह पशुकर्म पर दुःखदायी पर्याय-लक्षण पर दुःख कातर विरले परिग्रह से वैर 247 232 234 235 .250 261 251 281 375 पा 253 163 पाषाण हृदय अभिधान राजेन्द्र कोष में, सूक्ति-सुधारस • खण्ड-4 • 208 - -

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