Book Title: Abhidhan Rajendra Kosh ki Shabdawali ka Anushilan
Author(s): Darshitkalashreeji
Publisher: Raj Rajendra Prakashan Trust

View full book text
Previous | Next

Page 516
________________ अभिधान राजेन्द्र कोश की आचारपरक दार्शनिक शब्दावली का अनुशीलन गुरुगुणषट्त्रिंशत्षट्त्रिंशिकाकुलकम् । श्री हेमतिलकसूरि, वृत्तिकार - श्री रत्नशेकरसुरी, प्रकाशक श्री जैन आत्मानन्द सभा, भावनगर । वि.सं. 1971 - गुरुणी श्रीहेत श्री पुण्य- स्मारिका ग्रंथ : सम्पादिका-साध्वी मुक्तिश्रीजी, प्रथमावृत्ति - सन् 1988, प्रकाशक - आहोर श्रीसंघ (राज.), मुद्रक - गुप्ता प्रिंटिंग प्रेस, उज्जैन (म. प्र. ) गोम्मटसार (जीवकाण्ड एवं कर्मकाण्ड), सम्यग्ज्ञानचन्द्रिका भाषा टीका सहित) : आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तचक्रवर्ती, भाषा टीका- पं. टोडरमलजी, प्रथमावृत्ति - 1989, प्रकाशक - श्री कुन्दकुन्द कहान दिगम्बर जैन तीर्थ सुरक्षा ट्रस्ट, जयपुर गौतमपृच्छा : पूर्वाचार्य, प्रकाशक - चिनुभाई त्रिकमलाल शाह, ढालनी पोल, अहमदाबाद। वि.सं. 1957 ग्लासरी ऑफ इण्डियन लोजिक : चाणक्य का राजनीतिशास्त्र : चौखम्बा संस्कृत सीरीज आफिस वाराणसी प्रकाशक : इंटरनेशनल अकादमी ऑफ इण्डियन कल्चर, दिल्ली चरक संहिता : सम्पादक पं. सत्यनाराण शास्त्री, चौखम्बा संस्कृत सीरीज ऑफिस वाराणसी चरित्रचतुष्टयम् : श्रीमद् राजेन्द्रसूरि जैन ग्रंथमाला, पुष्प - 32, प्रथमावृत्ति - वि.सं. 1984, मुद्रक - आनंद प्रिंटिंग प्रेस, भावनगर, प्रकाशक - शाह सूरसिंग जीवराज ऊमा जी, सियाणावाला : छहढाला : कविवर पं. दौलतरामजी, द्वादशावृत्ति - वीर सं. 2515, प्रकाशक- श्री दिगम्बर जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट, सोनगढ (सौराष्ट्र) छान्दोग्य उपनिषद् : गीता प्रेस, गोरखपुर जिनवरस्य नयचक्रम् डो. हुकमचन्द भारिल्ल, प्रथमावृत्ति - 1982, प्रकाशक- पंडित टोडरमल स्मारक ट्रस्ट, ए-4, बापूनगर, जयपुर (राज.) जिनागमसार : संकलन एवं संपादन - पवन जैन, प्रथमावृत्ति - अक्टूबर 1996, प्रकाशक - श्री दिगम्बर जैन मुमुक्षु मण्डल, 32, गांधीरोड, देहरादून जिनेन्द्र पूजा संग्रह : संपादक- आचार्य श्रीमद्विजय जयन्तसेन सूरि, सप्तमावृत्ति - वि.सं. 2045, प्रकाशक - श्री राजेन्द्रसूरि साहित्य प्रकाशन मंदिर, रतनपोल, श्री राजेन्द्र चौक, अहमदाबाद (गुज.) जीवन प्रभा : मुनि श्री यतीन्द्रविजयजी, प्रथमावृत्ति सन् 1916, मुद्रक - निर्णय सागर प्रेस, मुम्बई, प्रकाशक- शाह जवानमल चमना जी पोरवाड, वागरा - परिशिष्ट... [13] (राज.) जीवन विज्ञान, प्रेक्षा ध्यान एवं योग : लेखक - डॉ. बी.पी. गौड एवं सुश्री हेमलता जोशी, संस्करण 2003, जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय), लाडनूं, राजस्थान जैन दर्शन में सम्यक्त्व का स्वरूप : साध्वी डॉ. सुरेखाश्रीजी, प्रथमावृत्ति सन् 1998, प्रकाशक- विचक्षण स्मृति प्रकाशन, जयपुर (राज.) जैन धर्म और दर्शन : - मुनि प्रमाणसागरजी, संशोधित संस्करण- सन् 1998, प्रकाशक - श्री दि. साहित्य प्रकाशन समिति, बरेला, जबलपुर (म.प्र.) जैन धर्म का परिचय : - Jain Education International आचार्य श्रीमद्विजय भुवनभानु सूरि प्रथमावृत्ति - वि.सं. 2048, प्रकाशक - दिव्य दर्शन ट्रस्ट, 868, कालुशानी पोल, कालुपुर, अहमदाबाद जैन, बौद्ध और गीता के आचार दर्शनों का तुलनात्मक अध्ययन भाग 1 एवं भाग 2 : डो. सागरमल जैन, प्रथमावृत्ति सन् 1982, प्राकृत भारती संस्थान, जयपुर (राज.), प्रा. पार्श्वनाथ शोध संस्थान, वाराणसी नैन परम्परानो इतिहास, भाग 1-2-3 : भुनित्रयश्री दर्शन-ज्ञान-न्याय विश्य, त्रिपुटी महाराष्ट्र, प्रथम संस्डर-1960, प्रकाश श्री यारित्र स्मार5 ग्रंथमाला, नागल लूघरनी पोज, मांडवीनी पोज, समहावाह For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 514 515 516 517 518 519 520 521 522 523 524