Book Title: Abhidhan Chintamani
Author(s): Hemchandracharya, Nemichandra Siddhant Chakravarti, Hargovind Shastri
Publisher: Chaukhamba Vidyabhavan

Previous | Next

Page 521
________________ सपन] मिति श. का. सपत्न ३ सपत्राकृति ६ सपदि सपर्या सपिण्ड सपीति सप्तकी सप्तजिह्व ४ सप्ततन्तु ३ सप्तपर्ण सप्तर्षि २ सप्तला ४ सप्तसप्ति २ सप्ताचिस " w सबलि २ सब्रह्मचारिन् १ सभा अभिधानचिन्तामणिः [सम्प्रेष श्लो. | श. का. श्लो. श. का. श्रे. ३९३ | समय ६ १४५ ३ १४५ समया १६८ समर ३ समिध ४९१ समरोचित ४ १११ समिर १७२ २२६ समर्थन ६ समीक ३ ४६२ ५७१ | समधुक ३ समीचीन २ १७८ ३२८ समर्याद ६ समीप १६५ समवकार २ समीर ४ १७२ , ४८४ | समवर्तिन् समोरण " १९९ समवाय ६ समुख ३ ३८ समवाययुज २ समुच्चय ६. १६० २१४ समसुप्ति " समुच्छ्रय " ६७ १० समस्त समुत्त " १२८ ३४ समस्थली ४ समुत्पिक्ष ३ ३० समा समुदय ४६२ ५४ | समांसमीना ४ ८० | समाकर्षिन् समुदाय ३ - ४६२ १४५ समाघात ५६ समाज समुद्र ३९५ समुद्र " १३९ समाज्ञा समुद्रदपिता " समाधान समुद्रविजय १. समूर ४ समूह ६ ४७ समूहनी ४ ८२ सम्पत्ति ३ सम्पद् समानोदर्य सम्पराय समापन सम्पातपादव ६ १०६ समालभन सम्पुट समास सम्पृक्त १६५ समाहार सम्प्रति १ ५३ १४८ १६५ | समाहृति २ १७१ | सम्प्रदाय १ ८० ४४१ समाह्वय ३ १५२ सम्प्रधारणा ६. सम्प्रयोग ३ २०१ ४० समित् . " सम्प्रहार , ४६० १५६ । समिता " ६६ । सम्प्रेष . ६ १५६ (४७६) rnorm :: ::wwwc: सभाजन सभासद् सभास्तार सभिक समाधि सभ्य सम ६ ६९ समान ::00 mom cm :: : :.. JILL-11:49 : समग्र समज समज्या समञ्जस समन्ततस ६ समन्तभद्र २ समन्तात् ६ समपाद ३ समम् समय २ " ४०६

Loading...

Page Navigation
1 ... 519 520 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566