Book Title: Aagam 42 Dashvaikalik Choorni
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 387
________________ नमो नमो निम्मलदंसणस्स पूज्य आनंद-क्षमा-ललित-सुशील-सुधर्मसागर गुरुभ्यो नमः 42 पूज्य आगमोध्धारक आचार्य श्री सागरानंदसूरीश्वरेण संशोधिता: संपादिताश्च / “दशवैकालिक सूत्र” [नियुक्ति: एवं जिनदास गणि-रचिता चूर्णिः] | (किंचित् वैशिष्ठ्यं समर्पितेन सह) मुनि दीपरत्नसागरेण पुन: संकलिता "दशवैकालिक” नियुक्ति: एवं चूर्णि: नामेण परिसमाप्ता: Remember it's a Net Publications of 'jain_e_library's' [386]

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