Book Title: Aagam 22 PUSHPA CHOOLIKAA Moolam evam Vrutti
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 2
________________ आगम (२२) "पुष्पचूलिका” - उपांगसूत्र-११ (मूलं+वृत्ति:) अध्ययनं [-]---------- ------- मूलं [-] मुनि दीपरत्नसागरेण संकलित...........आगमसूत्र - [२२], उपांग सूत्र - [११] "पुष्पचूलिका" मूलं एवं चन्द्रसूरि-विरचिता वृत्ति: SO + ENRIESWARISRAESAREATR 9 ++ + -+-+-+ -+-+-+ -+ 16 E SExpresRESMARTSARETIANErswersmneISRAELTSHEMES श्रीचन्द्रसूरिविरचितवृत्तियुतं प्रत सूत्राक श्री पुष्पचूलिकासूत्रम् EZINEGATINEERIMIMIRHAMAKAaen KisammersnKEriRERSARESHEETSumerammar दीप अनुक्रम न्यायाम्भोनिधिश्रीमद्विजयानन्दसूरिपुरन्दरशिष्यमहोपाध्यायश्रीमतीरविजयशिष्य रन-अनुयोगाचार्यश्रीमदानविजयगणिभिः संशोधितम् रु. ५०१) श्रेष्टि हरचंद सोमचंद ह. नेमचंदभाइ मु० सुरत पतस्य श्राद्धस्य द्रव्यसाहारयेन, प्रकाशयित्री श्रीआगमोदयसमितिः इदं पुस्तकं अमदाबाद(राजनगर मध्ये शाह वेणीचंद सूरचंद श्री आगमोदय समिति.सैकटरी इत्यनेन युनियनपीन्टिगप्रेसमध्ये टंकशालायां शाह मोहनलालचीमनलालद्वाराप्रकाशितम् । षीरसंवत् २०४८, पण्य रु-१२-० प्रतयः ७५० विक्रमसंवत् १९७८. सन १९२२. MEMOIRATRIOMMEMATURMEETHAKTIMALLAINEERINATREAKIMAMSIRAMEkmerekNSkOMMEXIMMENamastotosiOM G+ ++ +- +- + - + -+- + -+-+- -+ -+- +-+-+ -वार HVARANETSMARTSANETSAMLISARESMARTHAEINARETWAREISAIRSANETSARKETINResetSTRAININETSARETIREMARATHIMIRZU SHARESS NRNAawarawadeituREGMICHANMENT2 FO पुष्पचूलिका-उपाङ्गसूत्रस्य मूल “टाइटल पेज" ~1~

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