Book Title: Aagam 12 AUPAPAATIK Moolam evam Vrutti
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar
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________________ नमो नमो निम्मलदंसणस्स पूज्य आनंद-क्षमा-ललित-सुशील-सुधर्मसागर गुरूभ्यो नमः 12 पूज्य आगमोध्धारक आचार्य श्री सागरानंदसूरीश्वरेण संशोधित: संपादितश्च। __“औपपातिक(उपांग)सत्र" मूलं एवं अभयदेवसूरि-रचित वृत्तिः ] / (किंचित् वैशिष्ठ्यं समर्पितेन सह) मुनि दीपरत्नसागरेण पुन: संकलित: “औपपातिक” मूलं एवं वृत्ति:” नामेण परिसमाप्त: - Remember it'sa Net Publications of jain_e_library's' ~243~
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