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________________ श्रीदशवैकालिक श्रीहारि० वृत्तियुतम् // 12 // श्रीदशवैकालिकसूत्रस्यानुक्रमः क्रम: विषयः सूत्रम् नियुक्तिः भाष्यम् पृष्ठः / क्रमः विषयः सूत्रम् नियुक्तिः भाष्यम् पृष्ठः निगमनम्। - 307-308 - 354 9.1.1 अभिसम्बन्धो शिष्यसंबोधनम्। 1 354 विनयनिक्षेपाश्च। - 309 - 372 आचारप्रणिधौ षट्काय 9.1.2 भावविनयः। - 310-313 - 372 हिंसाप्रतिषेधः। 2-12 - 355 9.1.3 पञ्चविधमोक्षविनयः। - 314-322 - 373 अष्टौ सूक्ष्माणि तेषां 9.1.4 प्रतिरूपाप्रतिरूपो विधिश्च। 13-16 - / विनयः। - 323-326 - 375 उपाश्रयगोचरप्रवेशादि९.१.५ समाधिनिक्षेपाश्च। - 327 376 माश्रित्य विधिः। 17-28 - 9.1.6 विनयाग्राहिणो क्रोधादीनामिह हानिः / 1 - 377 परलोकापायाः। 29-40 - | 9.1.7 उदाहरणपूर्वक 8.11 कषायनिग्रहार्थ दोषप्ररूपणम्। 2-10 / 377 कायवाक्प्रणिधिः। 41-50 - 9.1.8 गुरुमहत्त्वं गुर्वाराधना८.१२ निमित्तादिप्रतिषेधः / 51-60 - फलं च। 11-17 - 381 8.13 उपदेशोऽऽचार 9.2 नवमाध्ययने द्वितीयोद्देशकः प्रणिधिफलं च। 61-64 - - 370 (अधिकारवान्)। 1-23 - 390 // नवममध्ययनं 9.2.1 वृक्षोपमया विनयसमाध्याख्यम् / / - 309-327 - 372-399 विनयमाहात्म्यम् / 1-2 - नवमाध्ययने प्रथमोद्देशकः 9.2.2 अविनयिनो दोषाः। 3-4 (अविनीतस्याशातना)।१-१७३०९-३२७ - 372-383 9.2.3 नरनार्युदाहरणेन 8.10 // 12 // 384
SR No.600441
Book TitleDashvaikalik Sutram
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyakiritivijay
PublisherShripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust
Publication Year2012
Total Pages466
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript & agam_dashvaikalik
File Size34 MB
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