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________________ आवश्यक व श्रीआवश्यक नियुक्तिभाष्यश्रीहारि० वृत्तियुतम् भाग-३ षयानुक्रमः // 7 // क्रमः विषयः सूत्रम् भाष्यः नियुक्तिः पृष्ठः | क्रम: विषय: सूत्रम् भाष्य: नियुक्तिः पृष्ठः 29 पापश्रुतानि 30 मोहनीयस्थानानि मणिप्रभौ। - - 1286-87 1235-36 31 सिद्धगुणाः / 22(23) - - 1159 4.4.10 अलोभेक्षुल्लक: यशोभद्रा राजयादीनां ॥योगसङ्गहाः॥ - 207-2141274-13201174-1280 'सुटुवाइय'मितिगीतिकायां (205-212) दानम्। - - 1288-90 1239 आलोचनानिरपलापतादयो 4.4.11 तितिक्षायां योगसंग्रहाः (32) / - 1274-78 1174-75 सुरेन्द्रदत्तः। 1291-92 1242 आलोचनायामनः 4.4.12 आर्जवेऽङ्गर्षिः। - 1293 1245 दृष्टान्तः। 1279 1176 4.4.13 शौचे यज्ञयशः पुत्रयज्ञदत्तपुत्रनारदः (सीमन्धराधा निरपलापतायां जिनाः)। 1294-96 1246-47 दृढमित्रः। 1280 1979 4.4.14 सम्यक्त्वे 4.4.4 द्रव्यापदिधर्मघोषः।१२८१ 1981 विमलप्रभाकरौ। - 1297 1249 4.4.5 भावापदिदण्डः। - 1282 1981 4.4.15 समाधौ सुव्रतर्षिः। - 1298 1250 4.4.6 अनिश्रितोपधाने 4.4.16 आचारे ज्वलनदहनौ। 1299 1250 महागिरिः। 1283 1182 4.4.17 विनये निम्बकः। - 1300 1251 4.4.7 शिक्षायां स्थूलभद्रः।१२८४ 1986 4.4.18 धृतिमत्योर्मतिसुमत्यौ 1301 1253 निष्प्रतिकर्मत्वे 4.4.19 संवेगेवारत्रकर्षिः। - 1302-03 1253-54 नागदत्तः। - 1285 1234 4.4.20 द्रव्यप्रणिधौ गुग्गुलः, भावप्रणिधी अज्ञातत्वे धर्मवसुशिष्यौ, भदन्तमित्रकुणालौ। - - 1304 1259 पालकसुतराष्ट्रवर्धनसुतावन्तीसेन 4.4.21 सुविधौ वैतरणिः / - 1305-06 1261 4.4.3
SR No.600438
Book TitleAvashyak Sutram Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyakiritivijay
PublisherShripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust
Publication Year2012
Total Pages508
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript & agam_aavashyak
File Size35 MB
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