________________ 85 // R आश्रमे तापसेन कुलपति समीपे नीताऽनङ्गसुन्दरी। AC%%%ॐAROK मंचंति अप्पाणं ? // 240 // कित्तिच्चिय सलहिज्जइ नायगविरहे दिसासु वियरंती / पाणिग्गहललियंगी गिहिणी एगागिणी न उण // 241 // इच्चाइ चिन्तिऊणं पासं रइऊण उत्तरिएणं / तरुसाहाए एसा अपाणं लंबए सहसा // 242 // कुसुमसमिहत्थमागयमज्झिमवयतावसो वणे तत्थ / मा साहसंति सदओ जंपतो शत्ति संपत्तो // 243 // ता पासं छिदित्ता सित्ता सा तेण सीयसलिलेण / वकलचेलंतेणं पवणेणासासिया सुइरं // 244 // आभासिया य बन्छे ! अतुच्छकुललक्खणावि कहमेवं! / इयरजणजोग्गसाहसमवलंबसि साहसु इमंति // 245 // उवलद्धचेयणाए वियसियसयवत्तफुल्लनयणाए / तोऽणंगसुंदरीए मियमहुरं जंपियं एयं // 246 // अवरावरदुहसायरपडियाए मुणिवर ! मह इण्डं / पासो चिय सन्निहिओ विहिओ अहिएण दइवेण // 247 // तो भणइ तावसो सो मा तं जंपसु विसायवयणाई। जं उत्तमजीवाणं वसणेवि हु वीरया होइ // 248 // जओ-गंगावि भवे पडिया पडिकूलजलावगाहगाहेहि / लोलिजन्ती निवडइ कट्ठसमुदंमि विउलम्मि // 249 // जेणं चिय संसारो अणेगदुक्खाण एस भंडारो / तेणं च्चिय सप्पुरिसा लग्गा परलोयमग्गम्मि // 250 / / लक्खणओ पुण नाइ अजवि तुह वल्लहो धरह जीयं / ता तं पुच्छसु वच्छे ! गच्छसु महकुलवई दटुं // 251 // जेणेसो नाणरवी आसाण पयासणेण लीलाए / वियरह विरहिआणं संजोयं सउणच काणं // 252 // इइ निकारणकरुणारससायरमुणिवरेण सा वुत्ता / अमियरसेणेव सित्ता सरभसचित्ता समुद्रुइ // 253 // तावसदंसियमग्गा तसो साणंगसुंदरी सिग्धं / आसमपयंमि गंतुं कुलवइणो वंदए पाए // 254 // पुत्ति तुमं अविओगिणि! पावसु हियइच्छियाई सोक्खाई / इय आसीससुहाए तेणेसा सुमणसा विहिआ // 255 // भूसन्नाणुनाया सा गुरुणा तेण सुप्पसनेण / कुसवितुरे निसन्ना तब्बयणायनणेकमणा // 256 // PI // 85 //