________________ 81 // 3%ACIRECORECASHASEX गसुंदरी तत्तो। भणइ अणुरूवपिययमसंजोगो दुल्लहो होइ / / 175 // वीरमई तो जंपइ रभसवसुल्लसियबहलपुलियंगी। सिद्धं चिय मह कजं मन्नन्ती पुन्नमाहप्पा // 176 // जइ होइ अम्हसरिसो पुरिसो दच्छो पहाए पडिहत्थो। को किं तुम्ह मणोरहरहं गमित्तोसहि! हविजा?॥९७७ // वाहसलिलुल्लनयणं कुमरी सोऊण वीरमइवयणं / जंपइ कत्तो अहं इत्तियमित्ताई पुन्नाई // 178 / / जइ एवं ता किजउ सुपसाओ अत्थि किंपि वत्वं / वियणमि सामिणीए पुरओ विनवइ वीरमई / / 179 // भूसन्नाए वियणे कयंमि तो तेण वीरभद्देण / मुहगुडियाए दंसणपुरस्सरं पयडिओ अप्पा // 180 // अइसाइरूवदंसणविम्हयवियसतलोयणा कुमरी / तं भणइ कामदेवो तं सि सुराईहिं कयसेवो // 181 // जो देवि ! तए निसुओ पडिवन्नो संखसिविणा पुत्तो। सोऽहं तुह गुणसवणे समागओ वीरभद्दोऽम्हि // 182 // इह तव्वयणायनणसंतोसरसेण सित्तसुहबीए / हिययस्थलम्मि तीए नेहतरू पसरिओ सहसा // 183 // मज्झ सुमणोभिरामे देहारामे फलोवभोगेण / सुहय! लहुं लहसु सुहं इय जंपई तयणु कुमरीवि // 184 // इइ वुत्ते स गिहगओ सेटिं विनवइ वीरभद्दोवि / तुह पुत्तस्स नरिंदो जइ वियरइ नियसुयं कहवि // 185 // तो ताय गउरवेणं पडिच्छियवा तए अवस्सं सा / रयणायरपुत्तीए दिजइ अग्धंजली जेण // 186 // माइ वरो मह इट्ठो सुम्मइ जो संखसिट्ठीणो पुत्तो। इयाऽणंगसुंदरीए निवेइयं निययजणणीए // 187 // तीए रनो कहिए सेट्ठी हक्कारिऊण तो पुट्ठो / सुम्मइ तुम्ह सुओ किं रुवेण कामदेवोत्ति ? // 188 // आमंति तेण वुत्तो भणइ निवोऽणंगसुंदरिं तस्स / वियरिस्सं जेणेसा जुग्गा ननस्स पुरिसस्स // 189 // तं देव ! सामिसालो अम्हे पुण पायसेवगा तुम्ह / जुत्ताजुत्तं जाणह तुभच्चिय इत्थ अत्थम्मि // 190 // इय सेटिसंखभणिए उत्तमतिहिकरणलग्गसंजोगे। रन्ना पाणिग्गहणं कारवियं अनुरूपवराभावकथने वीरभद्रेण प्रकटिते स्वस्वरूपे कुमार्याः मन:प्रसन्नता, जातं लग्न तेन सह / 118