________________ // 69 // अनशनं कृत्वा मेघमुने देवलोकगमनम् / 4%ACAASARALS ज्झाणनिज्झरगिरिंदो। सावयसेवियपाओ जइवि मएहिं कयच्चाओ // 1.11 // समिईसु कयकरणो गुत्तीसु य लद्धलक्खकोडीवि / रायरिसी सो पालइ संजमरजं अकिंचणओ // 1012 / / उग्गतवेणं तविए मेहकुमारंमि मलविमुक्कमि / विप्फुरद तेयरासी विसुद्धतवणिजपुंजि व // 1.13 // तवचरणसोसियंगो मेहमुणिंदो कमेण तणुगत्तो / आसइ भासइ गच्छइ आगच्छद जीवजीवेण // 1014 // अह वंदिऊण विहिणा रायरिसी विनवह जिणं वीरं / अहमुत्तमट्ठकप्पं काहं तुम्भेहिं अणुनाओ। // 1015 // मेहमुणिंद महायस सेणियगुत्तमि तंसि अवयंसो। निहणियमोहगईदो निक्खंतो सीहवित्तीए // 1016 // गुरुगच्छगहणवासे पडिपयमेणाण दलणलीलाए / संवेगट्ठवियचरणो सीहुच्चिय विहरिओ धीर! // 1.17 // भूयपिसायगहेहि उवसग्गपरीसहेहिं अक्खलिओ। आसन्नसिद्धिलाहो तं संसारे मसाणंमि // 1018 // हुन्ज मणोरहो तुह अक्खलिय. गुणरासि ! अक्खयसंवेगो। मइसुयसत्तिनिउत्तो रहुब आराहणामग्गे // 1019 // एवं वीरजिणेणं वुत्तो मेहो महामुणी तत्तो / गीयत्थसाहुजुत्तो वच्चइ वेभारगिरिसिहरं // 1020 // पडिलेहियथंडिल्लं पुढविसिलावट्टए तओ मेहो / संथारयमल्लीणो लीणो पउमासणासीणो // 1021 // उच्चारियपंचवओ हरिसवसुल्लासविहियसकत्थओ / अनियाणो निसल्लो मोहमहामल्ल. पडिमल्लो // 1022 // अंगीकयचउसरणो अट्ठारसपावट्ठाणपरिहरणो। मेहमुणी तत्थ ट्ठिओ अणसणपाओवगमणेण // 1023 // तो सद्विभत्तच्छेयं मासियसंलेहणं करेऊण / धम्मज्झाणविमाणारूढो परमिट्ठिसंभरणो // 1024 // तित्तीससागराऊ विजयविमाणमि मेहमुणिनाहो। एगावयारदेवो उप्पन्नो पुनसंपुनो // 1025 // तत्तो चुओ समाणो माणुसखित्ताइसव्वसामग्गि / लभ्रूण खवियकम्मो पाविस्सइ सासयं सिद्धिं // 1026 // इइ अभयदाणविहिणा निहिणा पुनाणुबंध-18 CAKACACHERECOOCAX // 69 //