________________ 91 // CX अन्ते SACAROADS सर्वेषामपि | दीक्षाप्राप्त स्वर्लोकगमनम् / // 74 // गोसेवि य कमलसिरी मिलाणमुहनयणजुयलपंकरूहा / दिट्ठा धणसिरीए उत्तिना वासभवणाओ / / 75 // पुच्छह वो नणन्दा भद्दे ! कहमज तं निराणन्दा / जम्पइ कमलसिरीवि य जाणइ तुह बन्धवो चेव // 76 // तो तयहत्तं वुतं वीसत्था कुणसु गेहकिच्चाई / तह बन्ध भणिस्सं जह सुत्थं होइ सवपि // 77 // तत्तो धणसिरीए धणावहो बन्धवो इम भणिओ। कीस तए कमलसिरी मन्नुभरं पाविया अज? // 78 // तेणुत्तं बहिणि इमा लोहन्धा कुणइ चोरियं जेण / नायमिणं कह तुमए ? रक्खसु हत्थंति तुह वयणा // 79 // इय बंधवेण वुत्ते धगसिरी भणइ अइवियढोऽसि / जइ गुणहेउं भणियं ता किं दोसो हवइ तीए ? // 8 // ता सबहावि खामसु भयणीवयणेण महुवाणीए / तेणोवसमिया तह जह सित्ता अमियधाराए // 81 / / तो मुणियभायचिचा विसेसदाणाइधम्मकम्मरया / सा सलहणिजत्ति लोए कइवयवरिसाणि गमिऊण // 82 // अह पवजाभिमुही भणिया भाऊहि बहिणि ता चिट्ठ / सबाणवि पवजं गिहिस्सामो गुरूणन्ते // 83 / / आगमविहिणा तचो विहवं दाऊण चेइयघरंमि / पवजा निरवजा पडिवन्ना तेहि गुरूमूले // 84 // गुरूकुलवासे गिरिकन्दरम्मि पालन्ति सिंहविचीए / मोहकरिकुम्भदलणे मुत्तियसुहसम्पयं लहिउं / / 85 // भवियवयावसेणं संविग्गाएवि कहवि विम्हरियं / किंतु तं मायासल्लं धणसिरीए समुद्धरिंडे // 86 // तत्तो अणसणविहिणा समाहिपत्ताणि ताणि सवाणि / गच्छन्ति देवलोए मुंजन्ति व तत्थ सुक्खाइं // 87 / / अह इह जंबुद्दीवे भरहे साकेयपुरखरे हुत्था / विक्कमजसो नरिन्दो इन्भो सिट्ठी असोगति / / 88 // हरिणीनयणा करिणीगमणा पुण तस्स सिरिमई परिणी / धणसिरिबन्धवजीवा तप्पुत्ता सग्गओ जाया // 89 // पढमो सागरदत्तो समुहदचाभिहो य बीओत्ति / रूवेण जुवणेण य पुन्ना पुन्निमससीसोमा // 9 // धणसिरी -354ASTER // 19 //