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________________ ब्राह्मी %%%%-5345%ECIA सबकलापुनमऽमयलेसिल्लं / विहडियवल्लहचकं कियसयलसन्तावं // 26 // दट्टण भरहनिवो मउलियमणनयणवयणसय. है कायोत्सर्गवत्तो / पच्छायावपरद्धो पारद्धो खामणं काउं // 27 // खमसु तुमं मह बन्धव अखण्डियबाहुदण्ड बलबीर / भुञ्जसु तायवियन स्थितबाहु| रजं सच्छं सच्छन्दसाणन्दं // 28 // अतुलभुयदण्डविक्कम तुमए विजिओऽहमुत्तमरणेण / कजे निओइयत्वो तो अहुणा गुणगरि बलीपार्थे द्वेण // 29 // तुह विक्कमकुलिसेणं चकं चूरिजए न सन्देहो / न नरिन्द मए नायं हद्धी एयपि कुद्धेण // 30 // बाहुबलिम्मि- भगवता मुणिन्दे धम्मज्झाणम्मि पसरियाणन्दे / पुणरूत्तखामणुजयभरहनिवोऽपत्तपडिवयणो // 31 // भणिओ मन्तिजणेण सामि ! मुणी एस मुणियपरमत्थो। समसत्तुमित्तचित्तो संजमलच्छीए अणुरत्तो // 32 // नहि किंचिवि भणियबो जेयवो णेण सुन्दयौँ धम्मज्झाणेण / ठाणेण अन्तरंगो रिउवग्गो कोहलोहाइ / / 33 / / तत्तो भरहनरिन्दो सुइरं थोऊण तस्स गुणनिवहं / निन्दन्तो प्रेषिते / अप्पाणं अपरिच्छियअप्पपरिमाणं // 34 // पत्तो विणीयनयरिं मणिमयपासायकणयपायारं / उवभुञ्जह रायसिरि कीरन्तसुरिन्दअणुगारं / / 35 / / बाहुबली मुणिराओ नासावंसग्गदिट्ठीसम्पाओ / छजीवसाणुकंपो मेरुगिरिन्दो व निकम्पो // 36 / / सम्मं निरुद्धदंडो निचललम्बन्ततरलभुयदण्डो / काउस्सग्गपवनो चिट्ठइ रबंमि अविसनो // 37 // अहियासइ जा परिसं परीसहे दुस्सहेति आलीढो / अन्तो सुहलेसाहिं बाहिं पल्लवियवल्लीहिं // 38 // सउणिकयकुच्चनीडो अगणियसीउन्हवायजलपीडो / पायतलुछियदभंकरसइवेहवम्मीओ // 39 // संजमलच्छीहारो चिट्ठइ संवच्छरं निराहारो। बाहुबली अणगारो अणिगूहियवीरियायारो // 40 // पसरियधम्मज्झाणो पइक्खणमहिलसियकेवलनाणो। पम्हुट्ठविहियमाणो अणुहूयकिलेससन्ताणो // 41 // जाव अच्छद बाहुबली ताएणं ताव तस्स भईणीओ। बम्भीसुन्दरिनामयवईणीओ पेसिया तत्थ // 42 // 42 // 2 // 181 //
SR No.600402
Book TitleJayanti Charitram
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMalayprabhsuri, Vijayakumudsuri
PublisherManivijay Ganivar Granthmala
Publication Year1950
Total Pages338
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size28 MB
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