________________ // 177 // दृष्टियुद्धे बाहुबलेजयः। 45CECCLASSOCIAL दुन्हिन्ह बन्धवाणं मिहो विरोहे किममजीवाणं / निकारणजुज्झेणं सत्थपओगेण अहमेण ? // 62 // तन्तं तं कायचं सो मंतो होइ इत्थ ज्झायो। भरहस्स जेण दप्पो सप्पो सन्तो लहु होइ // 63 // तो भावियपरमत्थो बाहू भरहस्स पदुवइ यं / सो विय पणओ एवं जम्पइ महुराए वाणीए // 64 // बाहुबली महिनाहो जाणावइ सामि ! अप्पणो भावं / लोयाणं मरणेणं नामोक्कसियं किमम्हाणं ? // 65 // उत्तमजुज्झेणं चिय बलाबलत्तेण नायमित्तेण / देवाईण समक्खं पराजओ वा जओ होइ // 66 // रहसेणं भरहेणवि पडिवन्नमिणति दोसु कडएसु / उक्किट्ठसिंहनाओ जाओ नाओत्ति उच्छलिओ // 67 // चन्दणकयंगरागा कुन्दुजलवासरइयसिंगारा / आमुत्तथलमुत्ताहारा सियच्छत्तसंचारा // 68 // दोवि नरिन्दा जंगमहिमगिरिसबम्भचारिणो इन्ति / तयणु रणरंगभूमि तिहयणकीरन्तजोकारा // 69 / / भरहेण तओ भणियं किरह कि जुज्झमुत्तमं बाहो।। एसोवि भणइ बन्धव ! दिट्ठी किर कायरा अथिरा // 70 // सा धीरा धरियव्वा निप्फन्दा सयलतिहुयणाणन्दा। जो पढमं तं मीलइ सो हीलइ धीर! धीरेहि / / 71 // ते ठवन्ति इय पइन्ना अणिमिसनयणापरप्पराभिमुहा / मुहचन्दकन्तिमरवरविम्हयकुमुयाकरोब्बोहा / / 72 / / अह विहसियकुवलयवणसणाहिनयणेसु ताण निवडन्ति / सहसा मोयपरबसजणलोयणभमरपन्तीओ // 73 // अहहरियसहावाए दुहियाए भरहरायदिट्ठीए / सुइरं चिट्ठन्तीए पडन्ति अंसूणि अणवरयं // 74 / तो तीए मोहेणं मुत्तूणं एससंगरं ( दृष्टिसंग्रामं तत्प्रतिज्ञांच) दुविहं / अप्पइ चलं सहावं अहो दुई अंगजायाए // 75 // विजयइ बाहुनरिंदो दढप्पइन्नोत्ति देवसिद्धेहिं / उक्किट्ठकलयलेणं मुच्चइ कुसुमाण तो वोट्ठी // 76 // मन्नुन्भरकन्तमणो चक्की भरहोवि जम्पए एवं / को उक्करिसो? दिट्ठीजुद्धेणं बालललिएणं // 77 // किजउ वायाजुज्ज्ञ CACAAAAE%3A