________________ 125 // %E4 -XE फलिहमलजये महार्यदानम् / %5+4+4+ अपराजिओत्ति दुण्डंपि / रायाएसेण सए सए गिहे ताण गमणम्मि // 69 // अट्टणमल्लेण तओ नियपुत्तो पुच्छिओ जहावत्थो / किं तुह देहे वाहइ ? सच्च सम्म मह कहेह / / 70 // तो रिउमइणा तेणं कहिए अंगमि सल्लयं तम्मि / अब्मं. गिऊण तत्तो सम्म संवाहिओ तेण / / 71 // तह कहवि जहा जाओ पुणन्नवो एस फलिहमल्लवरो। मच्छियमल्लोवि निवाइटेहिं अंगमद्देहि / / 72 // बहु पुच्छिओवि न कहइ सल्लं तं किंपि अंगंमि / अइगरुयगवपवयसिहरारुढो महामूढो / / 73 / / बीयम्मि दिणे तत्तो ताणं दुहं निजुद्धसंरंभो / रंगमि तहा पसरइ जह रंगमओ जणो होइ // 74 // कमलाण व करपसरो जयविजयाणं वियासणो ताणं / सूराणं तोसमयं वित्थरिओ सोरभुग्गारो // 75 // तत्तो निवेण भणिए ताण मल्लाण गडयसंवरणे / नियनियट्ठाणे गमणे दुहकहणे फलिहमल्लेण // 76 // तो अट्टणेणवि कए अभंगणमद्दणाइउवयारे / होइ पुणनवदेहो सल्लस्स निवेयगो मल्लो / / 77 / / मच्छियमल्लो न कहइ निवपेसियअंगमद्दयाण पुरो। तो अंबाडियमंगं अच्चत्थं अणुवयारेण // 78 // तइयम्मि दिणे मच्छियमल्लो रंगस्स मज्झयारम्मि / वयसाहठ्ठाणेणं निचिट्ठो चिट्ठए धणिय // 79 // पेच्छगलोओ चिंतइ चिट्ठइ किं ? एस संडिओ एवं / जो अतुलियबलकलिओ अबावारो कहं ? सो वि // 8 // नायं च अट्टणेण कार्य अंबाडियं वहइ एसो / तो नियमल्लो भणिओ वच्छ ? तुम जाण फलिहित्ति / / 81 // तस्स सुओ तो सहसा सुकढिणहत्थग्गहेण सुदिढेण / मच्छियमल्लस्स सिरं तोडइ सो सालिसीसं व / / 82 // तो जाओ जयवाओ राओ तुट्ठो य फलिहमल्लस्स / वियरइ दाणं भूसणमणिमोतियकणगमाईणं / / 83 / / अनेवि तत्थ राणयमंडलियासेसनायगजणोधा। सयसहस्सलक्खमाणं वियरंति महारिहं दाणं // 84 // धवलजसभोगभागी जाओ भुयंगिन्दसेससारिच्छो / सत्थो जो निय 66COVERESAX 3