________________ // 95 // अपगति गतसोमचन्द्र| किल्बिष देव C%%% समागमः। CAMERA सुंदरि! तुम्ह घरे सबयावि तोसकरे / भत्तं भुत्तुद्धरियं अहुणा किं अस्थि ? पुच्छामि // 45 // घरिणीवि भणइ एवं तुमंसि अक्खयनिही जए सिद्धो / भत्तुवउत्ता य अहं ता किं भत्तेवि सन्देहो ? // 46 // तो खाई अस्थि जणो घरस्स बाहिं अच्छिप्पजाईसु / बाढं छुहापरद्धो तस्सऽन्नं देहि करुणाए // 47 // एयं तु अन्नदाणं जेण विअत्तं छुहादुहत्ताणं / तेणनदाणसिरमणिजीवियदाणं चिय विइन्नं // 48 // इइ वुत्ताए तीए कम्ही घेत्तुण भायणे अन्नं / हिट्ठाए माहणीए समहियमहियं तओ दिन्नं // 49 // सो तेण भोयणेण पञ्चागयजीविओ समासत्थो / आकप्पं कप्पडुमविभम ! तं संपयं लहसु // 50 // इइ दाउं आसीसं आपुच्छिय जाइ इच्छियं ठाणं / मन्नतो उवलद्धं मणुयत्ते पुण मए जम्मं // 51 // अह माहणो पहाए पडक्खणं कुणइ निचकिच्चाई / दीणाण दुत्थियाणं दितो करुणाए सो दाणं // 52 // वासभुवणे पसुत्तो निव्वत्तियधम्मकम्मवावारो। बीयाए रयणीए तहेव उठइ निसीहम्मि // 53 // गेहदुवारे गच्छइ लहु तणुचितं करेइ जावेसो / प्रत्तय ! पञ्चभिजाणसि न वत्ति ? केणावि ता भणियं // 54 // तेणुत्तमहं सम्म ताय !न याणामि किंतु तक्केमि / जो मे एवं जंपइ सो मे पूयारिहो कोवि / / 55 // नियपियरंपि न याणसि पुत्तय ! तं तह सिणिद्धचित्तोवि / अदंसणेण अहवा भिजइ पेम्मं जओ भणियं // 56 // अदंसणेण अइदंसणेण दि8 अणालवंतेण / माणेण पवासेण पंचविहं झिज्झए पेम्मं // 57 // सोऊण तवयणं चिंतइ हा एस मज्झ किं जणओ। अगई गउत्ति संपइ इहागओ जंपए एवं // 58 // धम्मधुराधवलस्सवि कुंदुजलनिकलंकसीलस्स / जइ मह पिउणो अगई कस्स गई होज ? अन्नस्स // 59 // इय संसयं धरंते तणए जणएण तेण पुण भणियं / अवसाणे मह जायं न समाहिपरवसं चित्तं // 60 // तेण निमित्तेण अहं जाओ ASNA // 95 //