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________________ // 7 // कमले गते पट्स्वर्ण कुम्भाः समस्तं सहते स तत् / जन्तून् करतले स्वैरं धनाशा नर्तयत्यहो // 26 // ततश्चनं मृतं मत्वा निःशल्यः स ययौ गृहम् / क्षणात्कुन्दोऽग्रहीत्कुम्भानुत्खाय निखिलानपि // 27 / / स्थानं यथावत् तत्कृत्वा स्थानेऽन्यत्र क्वचिजवात् / स तत्रैव श्मशाने तान्निधानकलशान्यधात् // 28 // धनेन तेनाधीनेन स काञ्चनपुरेऽन्वहम् / राज्ञोऽपि विहितोत्प्रासान् विलासान् विविधान् व्यधात // 29 // श्वेतधौतांशुकछन्नच्छिन्नकर्णीष्ठनाशिकः / स तत्र दानप्रीतार्थि-गीयमानगुणोऽभ्रमत् // 30 // सुरां सिपेवे द्यूतेन रेमे भेजे पणांगनाः। | उद्यानीरकरोत् कुन्दो नैकध्यमपुनक् श्रियम् // 31 // प्रत्यहं कमलोऽप्येत्य निधिस्थानं तथैव तत् / व्यलोकत तथाऽप्यस्थात् सदा शंकाज्वरातुरः // 32 // कुन्दं ललन्तं श्रुत्वेत्थं स भिया घट्टितो हृदि / सपुत्रश्चत्वरे गत्वा छिन्नाङ्गं तं विलोक्य च // 33 // मर्मणीवाहतोऽत्यर्थ व्यथितः पुत्रमालपत् / अपि न स्यात्स एवायं यस्यांगानि त्वमच्छिदः // 34 // युग्मम् // कृत्वा मृतच्छलं स्वांगच्छेदेप्यचलता तदा / गते मय्यमुना मन्ये वितमात्त भविष्यति // 35 / / पुत्रोऽलपन्ममाप्येवं विकल्पव्याकुलं मनः। अविसंवादिनी दूरं तस्याऽस्य च यदाकृतिः॥३६॥ ततो दृष्ट्वा निधीन् सम्यक् निश्चिन्व इतिवादिनौ / प्राप्तौ पितृसुतौ तत्र गत रिक्तमपश्यताम् // 37 // तत्कालमथ मुर्छालः कमलो न्यपतद् भुवि / सुतोपचारैश्चैतन्यमवाप्योत्थाय च क्षणात् // 38 // कष्टं केनापि मुष्टोऽस्मि मुष्टोऽस्मीति मुहुर्वदन् / उरो मुष्टिभिराजघ्ने निभृतं विललाप च // 39 // युग्मम् // बद्धलक्ष्यश्चिरात् क्लेश-लक्षलक्ष्मीरुपायते / सुखमेकपदे पापैस्तस्करहियते हहा // 40 // रटन्नित्थं सुतेनैष नीतः सम्बोध्य मन्दिरम् / गत्वा सोपायनो राजकुले भूपं व्यजिज्ञपत् // 41 // स्वच्छन्दमत्र यः कुन्दद्यूतकृद् देव ! दीव्यति / हृतं मे तेन सर्वस्वं त्राताऽसि प्रतिदापय // 42 // अथारक्षादसौ बद्ध्वा नृपेणानाhall यितोऽवदत् / कुतो दोषाद् गृहीतोऽस्मीत्येतदादिश्यतां मम // 43 // चौरोऽसि मुष्णन्नस्यार्थमिति राज्ञोदितेऽब्रवीत् / यदात्थ देव ! कुन्दे न | निष्काश्य स्वहस्तीकृताः // 71 //
SR No.600399
Book TitleBhavi Jineshwar Amamswami Charitra Mahakavya Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMuniratnasuri, Vijaykumudsuri
PublisherManivijay Ganivar Granthmala
Publication Year1942
Total Pages306
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size28 MB
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