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________________ सुन्दरी // 6 // | निशम्यताम् // 79 // इहैष्यनिशि निःशेषडिम्भवर्गो दुरात्मना। शिशुमाराभिधानेन रक्षसा भक्षयिष्यते // 80 // भयार्त्तास्तेऽवदनाथ ! वं यदेदमचीकथः / सद्यस्तथा परित्राणमपि नः कर्तुमर्हसि // 81 // सोऽवदन्मन्त्रतन्त्राणामसाध्योऽयं निशाचरः। किन्त्वत्र चरित्र | तन्त्रमस्त्येकं तदमोघं प्रयुज्यतात् // 82 / / एकैकमुष्ट्रविद्गोलमेकैकस्य शिशोगले / वनीत कथमप्याक भविष्यद्रजनेर्जनाः // 8 // विक्षणेद्वयोः उक्त्वेत्यन्तहिते तस्मिन पौरास्ते ब्यमृशन्निदम् / देशे कष्टमनुष्ट्रेऽस्मिन् कथमेतद् ? भविष्यति // 84 // आः स्मृतं सुलभ नन्दसन्नि *श्रीनिवासधावस्ति वस्त्वदः / इत्यानन्देन जल्पन्तो मत्त्वा नन्दं ययाचिरे // 85 // सोऽपि पूर्वमुपागत्य धृतराजेन शिक्षितः / तेषामेकैकमे- | पुरगमनम् कैकदीनारेणादराद् ददौ // 86 // निवृत्तोसीति धूतॊक्ते स प्रोचे त्वदनुग्रहात् / अमोघवाचः सुन्दर्याः प्रभावादद्भुतादपि // 87 // यदैवं स्तौषि तत्तस्याः सतीत्वं दर्शयामि ते / गोणीः पूरय दीनाररेहि यामो भवत्पुरम् // 88 // इत्युक्त्वा मूलदेवेन नन्दः संना तद्युतः। श्रीनिवासमगात्तस्य द्वारे चावासमग्रहीत् // 89 / / दीर्णपादस्तदाऊऽपि पअिन्याः कण्टकैरिव / स्कन्धे परादेरारुक्षद् यियासुर्वारिधेस्तटीम् // 90 // शंके क्षीणद्युतिर्भास्वान् वार्द्ध रत्नरुचीरिव / अगमन्मागितुं सत्त्वं यातयामेषु वा कुतः // 91 // विश्वप्रदीपे कालेन बालेन शमिते रवौ / तदुत्थाधूमराजीव ध्वान्तराजी व्यज़म्भत // 12 // चराचरजगद्ग्रासव्यक्तशक्तिरवर्द्धत / करालमृत्तिवेतालवत् कालस्तमसां भरः // 13 // पृथ्वीप्रतिष्ठितस्योचैर्माद्यद्गगनदन्तिनः / कजलश्यामलैविश्वं छन्नं मदजलैरिव // 94 // चूणस्तमच्छलाद्विश्वस्याऽपितः कालयोगिना / अदृश्यः करणैजज्ञे परस्परमदृश्यता // 95 // तौ द्वौ कार्पटिकीभूय गृहे प्राप्तौ निशामुखे / तयोरग्रेसरो मूलदेवोऽवोचत सुन्दरीम् // 96 // प्रार्थ्यसे धर्मिणीत्यद्य वासस्थानं प्रदेहि नौ / नावां वैदेशिकौ देश्यकुटीविद्वो निशागतौ // 17 // // 63 // तो तयाऽप्यज्ञया दत्ते द्वारापवरके स्थितौ / नन्दं धूर्तोऽब्रवीन्निद्रां रक्षेरवहितोऽधुना // 98 // Jहांगणेऽथ विश्रब्धा पतत्खिड्गजना
SR No.600399
Book TitleBhavi Jineshwar Amamswami Charitra Mahakavya Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMuniratnasuri, Vijaykumudsuri
PublisherManivijay Ganivar Granthmala
Publication Year1942
Total Pages306
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size28 MB
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