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________________ श्रीअमम // 32 // दालपाण्डताम् // 64 // तामायापकृतं ध्रुवम् / हताSस्मि यत् / / जिनचरित्रम् चक्कलुण्डाजीव लीलावत्या श्रीललितांगेन सह परिणयनम् चितं कुरु // 60 // स विलक्षणस्ततो लक्षं गेहादानाय्य पत्तिना / तस्यै दचा पयः पीत्वा भुक्त्वाचावासमागमत् // 61 // गलपादुकया लक्षं गृहीतो मानमर्दनात् / कृतप्रतिकृतं चास्याः स चिकीपुरमर्षणः // 62 // दध्यौ कथं चिकित्स्येयं हुं ज्ञातं विवहाम्यमृम् / भवेदात्मवशा वश्यं सुदमा नान्यथा ह्यसौ // 63 / / युग्मम् // निश्चित्येति नवो जीर्णमधिकस्नेहदर्शनैः / विश्वास्याऽमार्गयत्पुत्रीं विवोढुं बालपण्डिताम् // 64 // तस्मिन्नविश्वसन सोऽपि दुहित्रापकृते हठात् / आलोच्य कथयिष्यामीत्युक्त्वाऽगानीतिविद् गृहम् // 65 // पुन्यूचे तात ! ते भूयस्तेनाद्याऽपकृतं ध्रुवम् / चिन्ताचान्तः पुनस्तान्तः कृष्णास्यश्च यदीक्ष्यसे // 66 // आचख्यौ चन्दनः सर्व लीला* वत्यवदत्ततः / तसै मां देहि मा भैस्वं सर्वत्रावहिताऽस्मि यत् // 67 / / प्राग्वद् यथाक्षणं निर्भीर्यायास्तात ! तदन्तिकम् / निबन्धाद् याचमानस्य दद्यास्त्वं तस्य मां पुनः॥६८॥ चन्दनस्तत्प्रतिश्रुत्य गतो नव्येन याचितः / अदत्त पुत्रीं वीवाहः पुण्याहे चाऽभवत्तयोः // 69 // आययौ परिणाताऽथ स्वगृहं बालपण्डिता / पित्रा पतिगृहोदन्तं नित्यमानाययत्तराम् // 70 // अपरेधुरसावाख्यद् | वत्से व्यवजिहीर्षया / काशी यियासुस्ते भर्चा बाढं सन्नह्यतेऽधुना // 71 // संकीणों द्वारि मध्येऽतिपृथुः कूपोऽन्धकारभुः / कुतोऽपि | खन्यते पश्चात्तद्गेहस्य च सादरम् // 72 // पुन्यूचे तात ! हुं ज्ञातं कूपे क्षिप्वा स मां रुषा / गमिष्यति स्वयं काशी प्रतिकार्यमिदं ततः // 73 // सुरङ्गा स्वगृहात्तात ? तत्वं * कूपाश्रयां द्रुतम् / दापयाऽऽपदि मे की सा हि साहायकक्रियाम् // 74 // पित्रा महासुरंगायां खानितायामथो जवात् / आकार्य ललितो लीलावती कूपान्तिके स्थितः // 75 / / उवाच परिवारस्य स्वजनानां च साक्षिकम् / रे पण्डिताऽसि तद् घोरे कूपे नरकवद् | विश // 76 / / युग्मम् // निवसन्तीह कसभारं खं कर्त्तयेः सुखम् / पुत्रत्रयं च जनय कथश्चन मदङ्गजम् // 77 // दद्यात स्वजनाचा // 32 //
SR No.600399
Book TitleBhavi Jineshwar Amamswami Charitra Mahakavya Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMuniratnasuri, Vijaykumudsuri
PublisherManivijay Ganivar Granthmala
Publication Year1942
Total Pages306
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size28 MB
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