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________________ साधर्मिक वासे गमनम् ऽगाद्रसातलम् / तामेवाभच्छलान्मन्ये भैमी हलांहिणाऽऽकृषत् // 14 // करेणुवत् करेऽणुवद् भृत्वा क्षीरोज्वलं जलम् / पपौ यथेच्छं // 255 // सा स्वच्छं स्वादातीतसुधारसम् // 15 // अग्रे यान्ती च सा श्रान्ता विश्रामार्थमुपाविशत् / वटस्याधो वटवधूरिख पान्थैरदर्शि च // 16 // ऊचे च काऽसि बं भद्रे ! देवीवाभासि नः पुनः। रूपेणानेन रंभोरु तत्सत्यं शंस सत्वरम् // 17 // सोचेऽहं मानुषी सार्था द्रष्टा भ्राम्यामि कानने / यास्यामि तापसपुरं तन्मार्ग ब्रूत तन्मम // 18 // प्रेप्सुश्चत्तापसपुरं यायास्तत्पश्चिमां दिशम् / नेश्महे वयIs मौत्सुक्यान्मार्ग दर्शयितुं तव // 19 / / सार्थोऽस्त्यदूरे नस्तस्मिन् सहास्माभिस्त्वमेहि वा / सुखेनैव समं तेन किंचित्प्राप्स्यसि पत्त नम् // 20 // तैरात्तवारिभिः सार्द्ध साथै प्राप्तां नलप्रियाम् / सार्थवाहो धनदेवोऽपृच्छत्कासि किमत्र वा // 21 // साऽऽख्यत्तात वणि| कपुत्री पत्या सह पितहे / प्रस्थिता पथि सुप्ताऽहं तेनाऽत्याक्षि च दैवतः // 22 // इहानीताऽस्मि ते पार्श्वे खन्नरैः सोदरैरिव / तत्तात | नीत्वा मां मंच नगरे वसति क्वचित् // 23 // सार्थेशोऽवोचदचलपुरं यास्याम्यहं सुते / नेष्यामि पुष्पमध्यस्थामिव त्वामेहि तत्र तत | // 24 // प्रपद्य पुत्रीं तां सार्थनाथो यानेऽधिरोप्य च / प्रास्थिताऽऽस्थित शैलस्य क्वापि कुंजे सनिझरे॥२५॥ सार्थान्तस्तत्र सा सप्ताऽौषीत्कर्णामृतं निशि / पठ्यमानं नमस्कारं सारं ध्येयेषु केनचित् // 26 // सार्थेशं साऽवदत्तात नमस्कारस्य पाठकम् / अहं साधर्मिक इति दिदृक्ष्ये त्वनिदेशतः // 27 // कृत्यवित्तां पुरस्कृत्य पितेव खयमागमत् / नमस्कारश्रावकस्यावासं सार्थस्य नायकः // 28 // तं चैत्यवंदनाव्यग्रं प्रेक्ष्य तस्थौ क्षणं सती / अर्हद्विम्बं पटे श्याम वंदमाना तदर्चितम् // 29 // तं चैत्यवंदनांते साऽपृच्छस्वागतकारिणम् / भ्रातः कस्याहतोमूर्तिश्चार्तिकृत्कर्मणामियम् // 30 // सोऽशादेकोनविंशस्याहतो मल्लेभविष्यतः / इयं मयाऽर्च्यते मृतिर्वर्तमानेव कारणात् // 31 / / तदप्याकर्ण्यतां पृष्टः कांच्यां पुरि मया मुनिः। स्थितो रतिप्रियोद्याने धर्मगुप्तः स्वनि तिम् / // 255 //
SR No.600399
Book TitleBhavi Jineshwar Amamswami Charitra Mahakavya Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMuniratnasuri, Vijaykumudsuri
PublisherManivijay Ganivar Granthmala
Publication Year1942
Total Pages306
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size28 MB
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