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________________ श्रीअमम // 21 // स्वपयन्ती श्रीखंडद्रवसोदरैः // 63 // अलंचकार मे कण्णो यद्वात्तनिवपल्लवः / भावी कदा स कल्पद्रुरिव नेत्रपथातिथिः // 64 // इत्या- | जिनलपन्त्यामेवाऽस्यामुडीय स विहंगमः / उद्ययौ सहसा व्योमन्युन्मुखस्तदृशा सह // 65 // तस्मिन्नदृश्यतां याते हंसे सा व्यलपद् चरित्रम् भृशम् / इप्टस्य दर्शनं दूरे तद्वार्तावेदकोऽप्यगात् // 66 // हा हंसो दर्शितः कस्माद्धातस्तात त्वया मम / दर्शितो वा हृतः कस्माद- दुन्दुचित्र | पटापणम् | कस्मात्प्रिययोजकः // 67 // इति तस्याः प्रलपन्त्याश्चित्रश्चित्रपटः पुरः। अपतन्नभसो दिव्यवाचा सार्द्ध मुधामुचा // 68 // अहं स | हंसस्ते तस्याऽमुचं चित्रपटं पुरः / प्राप्तं स्वयंवरेऽस्यानुसारात्तमुपलक्षयेः // 69 // आधातुमातुरस्तस्याप्यनुरागं तवेव च / कोशलायां पुनर्गन्ता यत्संधिस्तप्तयोर्भवेत् // 70 // तत्राख्यायेति विरतेऽभीष्टं चित्रपटे स्थितम् / स्मितश्रीचंदनेनानुलिप्याचिंत्या च दृकुसुमैः | // 71 // उवाच सा मरालं तं मौलिस्थकरकोरका / न सामान्योऽसि भोस्तत्वं स्वरूपं हंस शंस मे // 72 / / युग्मम् / / तैरश्चं खेचरखं स प्रोज्झ्य मानुष्यकं ततः / प्रपद्य हंसो दिव्यांगरागभूपणवस्त्रभृत् // 73 / / ऊचे भद्रेऽस्म्यहं विद्याधरचन्द्रातपाभिधः। भविष्यत| स्त्वदीशस्य चरणाम्बुजसेवकः // 74 // युग्मम् / / किं च विद्याबलादने ज्ञातमर्थ निवेदये। स्वयंवरदिने सोऽन्यदृत्येनैष्यति तेऽन्तिके | ale | // 75 // एवमाख्यातवंतं तं सा दत्ताशीय॑सर्जयत् / दध्यौ चाहो देवतावाग् मम संवादमाययौ // 76 // चित्रस्थमपि सा साक्षाप्रियं मत्वाऽतिकौतुकात् / मीलनोन्मीलने नेत्राभ्यस्ते चक्रे पटेऽप्यहो // 77 // प्रिय प्रौढेब सा बालाऽप्यौत्सुक्यादालिलिंगिपुः / सर्ग-६ मुहर्मुहुर्त्यधाच्चित्रपटं हृत्कंठमूर्द्धनि // 78 // कोशलायामगाचंद्रातपोऽपि निशि वायुवत् / विद्यया चाऽविशद् वासगृहे शौरेरलक्षितः // 79 // क्षौमोत्तरच्छदे रत्नपर्यके सुखशायिनम् / तत्रैक्षिष्ट प्रियाबाहूपधानं वृष्णिनंदनम् // 80 // रतक्लान्तोऽपि तेनायं सुहृदा // 210 // मृदिताहिकः / अजागरीद्दरीसुप्तसिंहवल्लघुचेतनः // 81 // निषिद्धापरसंचारे वासागारेऽपि यादवः / दृष्ट्वा निशीथेऽकस्मात्तं नाऽभेपी
SR No.600399
Book TitleBhavi Jineshwar Amamswami Charitra Mahakavya Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMuniratnasuri, Vijaykumudsuri
PublisherManivijay Ganivar Granthmala
Publication Year1942
Total Pages306
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size28 MB
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